कृषि क़ानूनों के ख़िलाफ़ हुंकार भर रहे संयुक्त किसान मोर्चा ने एलान किया है कि 23 फरवरी को पगड़ी संभाल दिवस मनाया जाएगा।
किसान आंदोलन से जुड़ी कोई ‘टूलकिट’ जलवायु नेत्री ग्रेटा तनबर्ग (थनबर्ग) के साथ साझा करने और उसे सम्पादित करने के आरोप में दिशा रवि को दिल्ली पुलिस के साइबर प्रकोष्ठ ने बंगलुरू से हिरासत में ले लिया था।
किसान आंदोलन में कुछ लोगों के ग़ुस्से का इस्तेमाल पाकिस्तान द्वारा किए जाने की आशंका जताते रहे पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा है कि आंदोलन शुरू होने के बाद से पाकिस्तान के हथियार पंजाब में आ रहे हैं।
पिछले दिनों किसान आंदोलन के बीच पंजाब में स्थानीय निकायों के चुनाव संपन्न हुए। इसमें कांग्रेस पार्टी की अकाल्पनिक विजय इतनी महत्वपूर्ण नहीं थी जितनी कि भारतीय जनता पार्टी की फ़ज़ीहत के साथ बुरी तरह हुई पराजय।
राकेश टिकैत किसान महापंचायतों में खुलकर मोदी सरकार पर हमला बोल रहे हैं।
Satya Hindi News Bulletin। सत्य हिंदी समाचार बुलेटिन। दिशा रवि की याचिका पर न्यूज़ चैनलों को हाई कोर्ट का नोटिस। शांतिपूर्ण रहा रेल रोको आंदोलन, पटरी पर बैठे किसान
18 फरवरी को किसानों के ‘रेल रोको’ आंदोलन से ठीक पहले दो बड़ी घटनाएं घटी हैं जो किसान आंदोलन के भविष्य से जुड़ी हैं।
Satya Hindi News Bulletin। सत्य हिंदी समाचार बुलेटिन।आज रेल रोकेंगे आंदोलनकारी किसान, आरपीएफ़ अलर्ट पर।पंजाब: भारी पड़ी कांग्रेस, अकाली-बीजेपी-आप हुए पस्त
पंजाब लोकल चुनाव में बीजेपी साफ। तीन राज्यों में 40 सीटों पर नुकसान का डर। डैमेज कंट्रोल कर पायेगी बीजेपी? आशुतोष के साथ चर्चा में सतनाम मानक, शेष नारायण सिंह, सतीश के सिंह, शीतल पी सिंह।
कृषि क़ानूनों के ख़िलाफ़ किसानों का ‘रेल रोको’ आंदोलन शांतिपूर्ण रहा। कहीं से भी किसी तरह की हिंसा या अप्रिय घटना का समाचार नहीं मिला।
मोदी सरकार के कृषि क़ानूनों के ख़िलाफ़ दिल्ली के बॉर्डर्स पर बैठे किसानों ने बीते 84 दिनों में साफ कर दिया है कि वे ये आंदोलन अपनी मांगों के पूरे हुए बिना ख़त्म नहीं करेंगे।
लगभग तीन महीने से दिल्ली के पास पंजाब के किसानों के धरने से कई सवाल खड़े होते हैं। इनमें से ज़्यादातर किसान उस पंजाब के हैं, जो हरित क्रांति का केंद्र बना।
उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर जिले की बुढ़ाना तहसील के सोरम गोएला गांव के रहने वाले मनबीर सिंह योगी आदित्यनाथ सरकार से खासे नाराज हैं।
किसान आंदोलन में क्या अब नौजवानों की हिस्सेदारी बढ़ रही है .जिस तरह नवदीप कौर और फिर अब दिशा रवि की गिरफ़्तारी पर प्रतिरोध नजर आ रहा है क्या वह किसान आंदोलन को और ताकत देने वाला है .आज जनादेश चर्चा इसी पर शाम सात बजे.
दिल्ली का एक अदालत ने किसान आन्दोलन से जुड़े टूलकिट बनाने के मामले में पर्यावरण व सामाजिक कार्यकर्ता दिशा रवि को रोज़ाना अपने वकील से 30 मिनट और परिवार के लोगों से 15 मिनट की मुलाक़ात करने की इज़ाजत दी है।
किसान आन्दोलन से जुड़े टूलकिट बनाने और उसे शेयर करने के मामले में सामाजिक कार्यकर्ता शांतनु मुलुक को अग्रिम ज़मानत मिल गई है। बंबई हाई कोर्ट की औरंगाबाद बेंच ने उन्हें यह ज़मानत दी है।
एक महत्वपूर्ण सवाल यह उठता है कि किसानों की आत्महत्या रोकने के लिए क्या किया जाए? क्या क़र्ज़ माफ़ी से यह लक्ष्य हासिल हो जाएगा?
सवाल उठता है कि आख़िर टूलकिट क्या होता है, कैसे बनता है और उसका क्या इस्तेमाल हो सकता है। साधारण व सपाट शब्दों में कहा जाए तो टूलकिट एक गूगल डॉक्यूमेंट होता है।
दिल्ली पुलिस ने ग्रेटा तनबर्ग के जिस टूलकिट को लेकर तीन सामाजिक व पर्यावरण कार्यकर्ताओं को गिरफ़्तार किया है, उसे सुप्रीम कोर्ट के पूर्व जज दीपक गुप्ता ने क्लीन चिट दे दी है। उन्होंने कहा है कि इस टूलकिट में कुछ भी आपत्तिजनक, हिंसक या भड़काऊ नहीं है।
दिल्ली ग़ाज़ियाबाद बॉर्डर पर देवराज पिछले 80 दिनों से धरने पर बैठे हैं। वह कहते हैं कि 81वाँ दिन है और उम्मीद है कि सरकार यह क़ानून वापस ले लेगी और हम लोग अपनी खेती-किसानी करने अपने-अपने घरों को चले जाएँगे।
दिशा रवि की गिरफ्तारी के पीछे क्या है सोच? गैस सिलेंडर, पेट्रोल-डीज़ल के भाव आसमान छू रहे, लेकिन कोई चर्चा क्यों नहीं ? दिलीप घोष के बयान के बाद किसी की भावनाएँ आहत क्यों नहीं हुईं? देखिए वरिष्ठ पत्रकार मुकेश कुमार का विश्लेषण। Satya Hindi
पर्यावरण और मानवाधिकार कार्यकर्ता दिशा को दिल्ली पुलिस ने बंगलुरु से गिरफ्तार किया। क्या किया दिशा ने और क्या चाहती है पुलिस? अपूर्वानंद, विक्रम सिंह, आभा सिंह, प्रमोद जोशी और आशुतोष के साथ आलोक जोशी।
क्या कृषि क़ानून केवल कारपोरेट घरानों को फ़ायदा पहुँचाने के लिए हैं? क्या इसका कोई वैचारिक आधार भी हो सकता है? क्या मोदी सरकार की कारपोरेटपरस्त आर्थिक नीति के पीछे कोई समाजनीति भी है?
Satya Hindi News Bulletin। सत्य हिंदी न्यूज़बुलेटिन।दिशा रवि पर प्रियंका बोलीं- डरते हैं बंदूकों वाले निहत्थी लड़की से ।हरियाणा के मंत्री बोले - दिशा रवि हों या कोई और समूल नाश हो
Satya Hindi News Bulletin। सत्य हिंदी समाचार बुलेटिन। ठहाकों के बीच हरियाणा के कृषि मंत्री बोले- 'किसान मर्जी से मर रहे' । सिलेंडर 50 रुपये महंगा, दिल्ली में एक सिलेंडर 769 रुपये का
देश की 70 प्रतिशत आबादी के खेती-किसानी पर निर्भर रहने के बावजूद क्यों कोई सरकार उनकी मूलभूत समस्याओं का समाधान खोजने में गहरी दिलचस्पी नहीं लेती है या अब तक समाधान ढूंढ नहीं पायी है।