मुंबई के एक कॉलेज में छात्रों के लिए ड्रेस कोड में ही आने को कहा गया है। जानिए, आख़िर कैसे हिजाब पर प्रतिबंध से शुरू हुआ यह मामला फटी जिंस, टी-शर्ट तक पहुँच गया।
हिजाब पहने को लेकर जम्मू कश्मीर में नया विवाद शुरू हो गया है। ताज़ा मामला श्रीनगर से सामने आया है।
हिजाब पर रोक के खिलाफ दी गई नई अर्जी को तत्काल सुनवाई के लिए सुप्रीम कोर्ट तैयार हो गया है। चीफ जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ ने सोमवार को कहा कि वो तीन जजों की बेंच गठित करेंगे।
कर्नाटक की शिक्षण संस्थाओं में हिजाब पर रोक लगाने जैसा मामला यूपी के मुराबाद में हुआ है। कॉलेज ने हिजाब पहनकर आने वाली छात्राओं को कॉलेज गेट पर रोक दिया। इस पर काफी हंगामा हुआ, छात्र-छात्राओं ने कॉलेज के खिलाफ प्रदर्शन किया।
ईरानी महिला महसा अमीनी की मौत के बाद से ही ईरान में सरकार के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन हो रहे हैं। ये प्रदर्शन हिंसक हो चुके हैं और इसमें अब तक 31 लोगों की मौत हो गई है।
ईरान में महिलाओं का हिजाब विरोधी प्रदर्शन भड़क उठा है। पिछले दो दिनों के अंदर 31 प्रदर्शनकारी मारे जा चुके हैं। यह दावा ओस्लो के एक एनजीओ ने किया है। अमेरिकी मीडिया ने मरने वालों की अधिकतम तादाद 9 बताई है। बहरहाल, प्रदर्शन पूरे देश में फैल गया है।
सुप्रीम कोर्ट में दस दिनों की सुनवाई के बाद गुरुवार को हिजाब पर फैसला सुरक्षित रख लिया गया। अंतिम दिन याचिकाकर्ताओं के वकील दुष्यंत दवे, हुजैफा अहमदी और देवदत्त कामत ने कर्नाटक सरकार के तर्कों का जवाब दिया।
सुप्रीम कोर्ट में हिजाब पर सुनवाई 9वें दिन जारी रही। बुधवार को जस्टिस धूलिया ने फिर कई सवाल पूछे, वहीं जस्टिस हेमंत गुप्ता ने कई कहानियां सुनाईं और बताने की कोशिश की कि बहुत सारी मुस्लिम महिलाएं हिजाब नहीं पहनती हैं।
सुप्रीम कोर्ट में हिजाब पर 8वें दिन सुनवाई जारी रही। मंगलवार 20 सितंबर को मुख्य रूप से कर्नाटक सरकार की ओर से सॉलिसीटर जनरल तुषार मेहता ने बहस की। उन्होंने यह भी दावा किया कि 2021 तक मुस्लिम लड़कियां हिजाब पहनकर कॉलेज नहीं आती थीं। पीएफआई जैसे संगठन ने इसके लिए आंदोलन डिजाइन किया था।
सुप्रीम कोर्ट में हिजाब पर बहस जारी है। सुनवाई का सोमवार 19 सितंबर को सातवां दिन था। सीनियर वकील दुष्यंत दवे ने देश की बहुसंस्कृति को लेकर जोरदार बहस की। सुनवाई मंगलवार को भी जारी रहेगी।
सुप्रीम कोर्ट में हिजाब पर बहस जारी है। गुरुवार को कुछ महिला वकीलों ने भी दलीलें पेश कीं और हिजाब का समर्थन किया।
सुप्रीम कोर्ट में हिजाब पर बुधवार 14 सितंबर को जोरदार बहस हुई। वरिष्ठ वकील राजीव धवन के तर्क बहुत ठोस रहे। अन्य वकीलों ने भी बहस में भाग लिया।
सुप्रीम कोर्ट में सोमवार 12 सितंबर को हिजाब मामले की सुनवाई जारी रही। सोमवार को वकीलों ने अपने तर्क ज्यादा रखे। जजों की टिप्पणी कम आईं।
हिजाब पर सुनवाई के दौरान सुप्रीम कोर्ट में गुरुवार 8 सितंबर को सिख और इस्लाम पर जमकर बहस हुई। जस्टिस हेमंत गुप्ता ने वकीलों के कई तर्कों को मानने से इनकार किया। मानले की सुनवाई अभी जारी है। अगली सुनवाई सोमवार को होगी। चुन्नी और हिजाब पर दोनों तरफ के तर्क को जरुर जानिए।
सुप्रीम कोर्ट में हिजाब मामले की सुनवाई के दौरान जस्टिस हेमंत गुप्ता ने बुधवार को फिर कई टिप्पणियां की। साथ ही उन्होंने हिजाब के समर्थन में पक्ष रख रहे वकील से कहा कि वो अतार्किक अंत तक इसे न ले जाएं। उसी दौरान जज साहब ने यह सवाल भी पूछ लिया कि क्या पोशाक पहनने के अधिकार (राइट टु ड्रेस) के साथ पोशाक उतारने का भी अधिकार (राइट टु अनड्रेस) है। पढ़िए पूरी रिपोर्ट।
हिजाब के समर्थन में कई शहरों में प्रदर्शन शुरू हो गए हैं। जगह-जगह छात्राएं और उनके अभिभावक धरने पर बैठ गए हैं। कुछ जगह रैली कर प्रदर्शन भी किया गया। हिजाब मामले में हाई कोर्ट में अगले हफ्ते सुनवाई है। लेकिन कर्नाटक सरकार राज्य के सभी कॉलेजों के लिए ड्रेस कोड बनाने जा रही है। पढ़िए पूरी रिपोर्ट।