पश्चिम बंगाल में रामनवमी पर हिंसा का इतिहास बहुत पुराना नहीं है। अभी तक यहां के लोग दुर्गा पूजा पर होने वाली राजनीति से वाकिफ थे लेकिन 2014 के बाद से जिस तरह रामनवमी जुलूसों में तलवार और अन्य हथियार लहराए जाने लगे, उसने बंगाल की पूरी राजनीति को प्रभावित कर दिया है।
त्रिपुरा विधानसभा चुनाव की घोषणा हो चुकी है। राज्य में मुख्यमंत्री बदलने के समय से ही वहां बीजेपी पहले से ही चुनावी मोड में चुकी है। लेकिन इसके बावजूद बीजेपी के लिए त्रिपुरा की जीत इतनी आसान नहीं लग रही है।
राजनीति के दो धुर विरोधी दल बीजेपी और तृणमूल कांग्रेस के बीच क्या अब रिश्ते बदल रहे हैं? क्या प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और ममता बनर्जी के बीच कड़वाहट कम हो रही है? जानिए आख़िर पश्चिम बंगाल में चल क्या रहा है।
पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस की ममता बनर्जी सरकार की राज्यपाल से पहले लगातार तनातनी बनी रही है तो क्या नये राज्यपाल की नियुक्ति के साथ वह तनातनी ख़त्म होगी? क्या सीएम और राज्यपाल के बीच संबंध सुधरेंगे?
पश्चिम बंगाल में तृणमूल सरकार के मंत्री के राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू पर टिप्पणी के लिए ममता बनर्जी ने क्यों माफी मांगी? और बीजेपी ने आख़िर इतना बवाल क्यों किया? जानिए क्या है वजह।
अलग गारो राज्य की मांग क्यों हो रही है? क्या इसलिए कि राज्य की सत्ता में रहने वाले राजनीतिक दल गारो इलाक़े की उपेक्षा करते रहे हैं? क्या चुनाव से पहले यह मांग फिर से जोर पकड़ेगा?
कोलकाता में लाइव शो के दौरान ही केके की तबीयत बिगड़ने और फिर बाद में मौत होने के मामले में क्यों सवाल उठ रहे हैं? क्यों कार्यक्रम के इंतज़ाम संदेह के घेरे में है?
पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के आख़िरी तीन चरण ख़ासकर सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस और उसकी प्रमुख ममता बनर्जी के लिये बेहद अहम हैं। इस दौर में चार मुसलिम बहुल इलाक़ों की सीटें ममता की सत्ता में वापसी में सबसे निर्णायक भूमिका निभा सकती हैं।
पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के पाँचवें चरण में शनिवार को छह ज़िलों की जिन 45 सीटों के लिए मतदान होना है उनमें सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस और अबकी सत्ता की प्रमुख दावेदार के तौर पर उभरी बीजेपी के बीच काँटे की टक्कर है।