राफ़ेल मामले को सुप्रीम कोर्ट तक ले गये थे मशहूर वकील प्रशांत भूषण । अब नये दस्तावेज आये हैं । प्रशांत का मानना है कि मोदी सरकार ने जाँच दबा दी थी । सुप्रीम कोर्ट से जानकारी छिपायी गयी थी । अब नये सिरे से जाँच हो । आशुतोष ने प्रशांत भूषण से बात की ।
राफेल सौदे पर कांग्रेस और बीजेपी आमने-सामने हैं और विपक्ष ने कई अहम सवाल पूछे हैं।
Satya Hindi news Bulletin सत्य हिंदी समाचार बुलेटिन । कांग्रेस ने कहा - राफेल घोटाला देश का सबसे बड़ा रक्षा घोटाला । कांग्रेस : मोदी ने खुद हस्तक्षेप करके डील से भ्रष्टाचार विरोधी खंड हटवाया
फ़्रांस के ऑनलाइन पोर्टल मीडियापार्ट की रिपोर्ट्स के बाद राफ़ेल लड़ाकू विमान की ख़रीद के सौदे को लेकर बीजेपी और कांग्रेस फिर से आमने-सामने आ गए हैं।
Satya Hindi news Bulletin सत्य हिंदी समाचार बुलेटिन । राफेल डील: बिचौलियो को दी गई 65 करोड़ की घूस,CBI को थी जानकारी । कैराना पहुंचे योगी, बोले पलायन करवाने वाले खुद पलायन कर गए
जिस फ्रांसीसी मीडिया वेबसाइट मीडियापार्ट की रिपोर्ट के आधार पर राफ़ेल सौदे में फ्रांस में न्यायिक जाँच शुरू हुई है, उसने अब भारत में सीबीआई द्वारा जाँच नहीं किए जाने पर विस्फोटक रिपोर्ट दी है। जानिए इसने क्या दावा किया।
महाराष्ट्र के गृह मंत्री अनिल देशमुख का इस्तीफ़ा काफ़ी पहले ही हो जाना चाहिए था। लेकिन हमारे नेताओं की खाल इतनी मोटी हो चुकी है कि जब तक उन पर अदालतों का डंडा न पड़े, वे टस से मस होते ही नहीं।
क्या रफ़ाल सौदे में फ्रांसीसी कंपनी दसॉ को फ़ायदा पहुँचाने के लिए ही नियम क़ानून में बदलाव कर यह व्यवस्था की गई थी कि वह अपने ऑफ़सेट पार्टनर के बारे में उसी समय बताने के लिए बाध्य नहीं है?
क्या रफ़ाल सौदे पर बात ख़त्म हो गई और अब कोई जाँच नहीं हो सकती? यदि आप ऐसे सोचते हैं तो ग़लत हैं। रफ़ाल पर कहाँ, कैसे और कौन कर सकता है जाँच? सत्य हिन्दी पर देखें प्रमोद मल्लिक का विश्लेषण।
क्या रफ़ाल सौदे को फिर से राहुल गाँधी मुद्दा बनाएँगे? क्या कांग्रेस संसद के शीतकालीन सत्र में इसे उठाने की तैयारी कर रही है? ऐसा नहीं है तो राहुल ने इस मुद्दे को फिर क्यों उठाया है?
कांग्रेस ने कहा है कि सुप्रीम कोर्ट के फ़ैसले का मतलब यह नहीं है कि रफ़ाल मामले की जाँच नहीं हो सकती, उसने जेपीसी की माँग भी कर दी है।
क़ानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने रफ़ाल खरीद सौदे पर सुप्रीम कोर्ट के फ़ैसले के बाद सरकार का पक्ष रखते हुए कांग्रेस पर ज़बरदस्त हमला किया है।
रफ़ाल सौदा मामले में सुप्रीम कोर्ट ने पुनर्विचार याचिका ख़ारिज कर दी है। इसके साथ ही अदालत ने इस सौदे की जाँच सीबीआई से कराने के आग्रह को भी ठुकरा दिया है।
फ्रांसीसी कंपनी दसॉ एविएशन से लड़ाकू विमान रफ़ाल खरीदने में क्या वाकई नरेंद्र मोदी सरकार ने गड़बड़ियाँ की थीं?
सर्वोच्च अदालत बृहस्पतिवार को उन तीन याचिकाओं पर फ़ैसला देगा, जिनमें कहा गया है कि रफ़ाल विमान खरीदने में सरकार को दी गई क्लीन चिट के फ़ैसले पर पुनर्विचार किया जाए।
लंबे समय से विवादों में रहे रफ़ाल सौदे का पहला विमान आज फ़्रांस ने भारत को सौंप दिया। पर इस विवादित सौदे से जुड़े सवालों की अब कोई चर्चा तक नहीं करता। क्यों?
केंद्र सरकार ने सुप्रीम कोर्ट से कहा है कि पीएमओ ने रफ़ाल सौदे की निगरानी की थी, पर इसे हस्तक्षेप नहीं माना जाना चाहिए।
सर्वोच्च न्यायालय अभी तक तो बीजेपी सांसद मीनाक्षी लेखी की याचिका पर विचार कर रहा था लेकिन अब उसने राहुल को अदालत की अवमानना का औपचारिक नोटिस जारी कर दिया है।
अख़बार ‘ल मोंद’ में हुआ रहस्योद्घाटन नरेंद्र मोदी की छवि को धूल-धूसरित कर रहा है। इसके बाद राहुल गाँधी ने रफ़ाल सौदे में गड़बड़ी को लेकर मोदी पर हमला तेज़ कर दिया है।
अवमानना मामले में सुप्रीम कोर्ट ने राहुल गाँधी को नोटिस जारी करते हुए 22 अप्रैल तक जवाब देने को कहा है। बीजेपी ने राहुल के ख़िलाफ़ कोर्ट की अवमानना का केस दर्ज कराया था।
वायु सेना के लिए रफ़ाल विमान ख़रीद के मामले में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार साफ़ तौर पर फँसती नज़र आ रही है। सुप्रीम कोर्ट ने बुधवार को अपने फ़ैसले में साफ़ कर दिया है कि सरकार को राहत नहीं दी जा सकती है।
रफ़ाल पर सुप्रीम कोर्ट के फ़ैसले के ख़िलाफ़ पुनर्विचार याचिका दायर करने वाले राज्यसभा सांसद संजय सिंह का क्या कहना है? देखिए वरिष्ठ पत्रकार आशुतोष के साथ।
रफ़ाल डील पर मोदी सरकार को सुप्रीम कोर्ट से जोरदार झटका। जानिए क्या है पूरा मामला। कोर्ट के फ़ैसले पर वरिष्ठ पत्रकार आशुतोष के साथ।
रफ़ाल मामले में सुप्रीम कोर्ट का फ़ैसला आने के बाद कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर जोरदार हमला बोला।
सुप्रीम कोर्ट रफ़ाल डील पर पर दोबारा सुनवाई को तैयार हो गया है। कोर्ट ने केंद्र सरकार की सभी आपत्तियों को खारिज कर दिया है।
रफ़ाल सौदे में नए ख़ुलासे से क्या बढ़ेगी मोदी सरकार की मुश्किल? देखिये वरिष्ठ पत्रकार प्रशांत टंडन और आशुतोष की चर्चा।