Tag: Shravan Garg
खुलने लगी मोदी के “गुजरात मॉडल” की पोल!
-• श्रवण गर्ग ••विचार • 29 May, 2020
ज्योति कुमारी: मज़दूरों की मज़बूरी पर सत्ता का टैलेंट हंट कार्यक्रम
-• श्रवण गर्ग ••विचार • 27 May, 2020
शतुर्मुर्ग बनता मीडिया और राजनेताओं का प्रशस्ति गान
-• श्रवण गर्ग ••विचार • 21 May, 2020
राहुल गाँधी ने तो देश को एक बड़ी शर्म से बचा लिया, निर्मला मैडम!
-• श्रवण गर्ग ••विचार • 19 May, 2020
‘आपको अपनी जान बचाना है या प्रजातंत्र? बताइए!’
-• श्रवण गर्ग ••विचार • 17 May, 2020
‘आत्मनिर्भर’ मानवीय त्रासदी: शोक गीत के बजाए उपलब्धियों का गौरव गान!
-• श्रवण गर्ग ••विचार • 14 May, 2020
‘रिस्क’ केवल नागरिक ही ले सकते हैं, सरकारें नहीं!
-• श्रवण गर्ग ••विचार • 12 May, 2020
वायरस के साथ और संसद के बिना जीना सीखने की आदत?
-• श्रवण गर्ग ••विचार • 10 May, 2020
कोरोना संकट के काल में सरकारों के साथ आम लोगों की भूमिका पर भी हो बहस
-• श्रवण गर्ग ••विचार • 9 May, 2020
मज़दूरों को नंगे पैर चलते देख सरकारें क्यों हिल गईं?
-• श्रवण गर्ग ••विचार • 5 May, 2020
लॉकडाउन: राज्यों की सीमाओं पर ‘कच्ची’ दीवारें उठ रहीं, सवाल क्यों नहीं उठ रहे?
-• श्रवण गर्ग ••विचार • 3 May, 2020
लॉकडाउन: क्या सरकार ने हमें सारी बातें ईमानदारी से बताईं?, कुछ छुपाया तो नहीं!
-• श्रवण गर्ग ••विचार • 29 Apr, 2020
करना तो जनता भी चाहती है अपने मन की बात मोदी से! सुनेंगे?
-• श्रवण गर्ग ••विचार • 27 Apr, 2020
लॉकडाउन: गाँधीजी अगर इस समय होते तो वह क्या करते?
-• श्रवण गर्ग ••विचार • 26 Apr, 2020
कोरोना क़िस्सा: माँ-भाई को भूखे मरता देख चोरी की, जज ने पैसे देकर कहा- आज़ाद हो
-• श्रवण गर्ग ••विचार • 24 Apr, 2020
आपदाएँ प्रजातंत्र को भी संक्रमित कर सकती हैं; फिर आज़ादी का क्या होगा?
-• श्रवण गर्ग ••विचार • 22 Apr, 2020
कोटा के नागरिकों के लिये बस, पैदल नागरिकों के लिये भूख! क्यों?
-• श्रवण गर्ग ••विचार • 20 Apr, 2020
मुसलमानों से साफ़-साफ़ बात क्यों नहीं की जा रही है?
-• श्रवण गर्ग ••विचार • 18 Apr, 2020
कोरोना: मध्य प्रदेश में जो चल रहा है उसका दोषी कौन, क्या प्रधानमंत्री देख रहे हैं?
-• श्रवण गर्ग ••विचार • 17 Apr, 2020
नोटबंदी की तरह लॉकडाउन! वही अचानक घोषणा, अफवाह और अफरा-तफरी
-• श्रवण गर्ग ••विचार • 16 Apr, 2020
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