यह रिपोर्ट मध्य प्रदेश चुनाव नतीजों पर नहीं है। बल्कि इस पर है कि एमपी में समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने 72 सीटों पर अपने प्रत्याशी खड़े किए, 24 रैलियां कीं। बड़ी-बड़ी बातें की और उनके भाषणों का निशाना कांग्रेस थी, जबकि एमपी में सत्ता भाजपा के पास थी और अब भाजपा वहां फिर से वापस आ गई है। इसलिए अखिलेश की पैंतरेबाजी पर बात करना जरूरी है।