पश्चिम बंगाल के दक्षिणी हिस्से यानी दक्षिण बंगाल को सत्तारुढ़ टीएमसी (टीएमसी) का गढ़ माना जाता है।
चुनाव आयोग ने तृणमूल कांग्रेस की शिकायत पर विचार करने के बाद सभी प्रचार माध्यमों से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की वैक्सीन लेती तसवीर हटाने को कहा है। चुनाव आयोग ने कहा है कि 72 घंटे के अंदर सभी प्रचार माध्यमों से यह तसवीर हट जानी चाहिए।
कांग्रेस-लेफ़्ट फ़्रंट की चुनाव में गठबंधन के लिए इंडियन सेक्युलर फ़्रंट (आईएसएफ़) के साथ बातचीत चल ही रही थी कि वरिष्ठ नेता आनंद शर्मा ने इस मामले में पार्टी को निशाने पर ले लिया है।
चुनाव में बड़े दावेदार के रूप में उभर रही भारतीय जनता पार्टी एक के बाद एक कई कदम उठा रही है, जिससे उसकी महिला-विरोधी छवि बनती जा रही है।
मेनस्ट्रीम मीडिया में पश्चिम बंगाल के चुनाव को बीजेपी बनाम टीएमसी दिखाए जाने के बीच कांग्रेस और वाम दलों (लेफ़्ट) ने रविवार को कोलकाता में रैली कर अपने सियासी वजूद का अहसास कराया।
पश्चिम बंगाल के इस बार के विधानसभा चुनाव में जंगल महल इलाके की भूमिका बेहद अहम होगी।
मोदी और बीजेपी की ही रणनीति पर चुनाव लड़ रहीं ममता बनर्जी? क्या बंगाल विधानसभा में लोकसभा जैसा प्रदर्शन कर पाएगी बीजेपी ? बंगाल में 8 चरणों में चुनाव क्यों ? देखिए वरिष्ठ पत्रकार विजय त्रिवेदी की मीडिया जगत के दिग्गजों और राजनीतिक विश्लेषकों से बातचीत. Satya Hindi
Satya Hindi News Bulletin। सत्य हिंदी समाचार बुलेटिन। बंगाल चुनाव: प्रशांत बोले- 2 मई को मेरा पुराना ट्वीट निकाल लेना । बीजेपी के कहने पर बंगाल में 8 चरण में चुनाव का कार्यक्रम: ममता
पश्चिम बंगाल के चुनाव में ममता बनर्जी के लिए रणनीति बना रहे प्रशांत किशोर उर्फ पीके ने बीजेपी को अपने पुराने ट्वीट की याद दिलाई है।
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी तथा अन्य विपक्षी नेताओं का घोषित हुए चुनाव कार्यक्रम पर बिफरना और चुनाव आयोग की नीयत पर सवाल उठाना स्वाभाविक ही है।
बंगाल, असम, तमिलनाडू, केरल और पुडुचेरी में बजा चुनावी बिगुल । कौन जीतेगा, कौन हारेगा ? देखिए वरिष्ठ पत्रकार आशुतोष के साथ।Satya Hindi
चुनाव आयोग ने पश्चिम बंगाल में 8 चरण में मतदान कराने का एलान किया है। लेकिन राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने इस पर सवाल उठाया है।
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने राजधानी कोलकाता के नज़दीक हुगली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को 'सबसे बड़ा दंगाबाज़' क़रार दिया। वे मोदी के 'तोलाबाज' (वसूली करने वाला) कहने पर उसका जवाब दे रही थीं।
ड्रग्स के मामले में पश्चिम बंगाल बीजेपी की मुसीबतें बढ़ती जा रही हैं। इसके साथ ही राज्य बीजेपी के अंदर की लड़ाई खुल कर सामने आ गई है। ड्रग्स के मामले में पकड़ी गई पामेला गोस्वामी ने आरोप लगाया है कि पार्टी ने उन्हें फंसाया है, इसके लिए उनके पास पुख़्ता सबूत हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 22 फ़रवरी को राजधानी कोलकाता के नज़दीक हुगली में एक जनसभा में राज्य सरकार पर ज़ोरदार हमला करते हुए कई तरह के आरोप लगाए। तृणमूल कांग्रेस के राज्यसभा सदस्य डेरेक ओ ब्रायन ने प्रधानमंत्री के आरोपों का बिन्दुवार जवाब दिया है।
चुनाव से ठीक पहले अभिजीत बनर्जी के घर सीबीआई की दस्तक! घोटाले की जाँच या चुनाव की पेशबंदी? नौ बजे आलोक अड्डा।
पश्चिम बंगाल चुनाव में जय श्री राम के मुक़ाबले जय माँ दुर्गा का नारा बुलंद करने के बाद ममता बनर्जी ने तुरूप का एक और पत्ता फेंका है। उनकी पार्टी तृणमूल कांग्रेस का नया नारा है ‘बंगाल माँगे बंगाल की बेटी’।
चुनावों में अपने मुताबिक़ मुद्दे तय करने में माहिर बीजेपी पश्चिम बंगाल में लगता है कि तृणमूल द्वारा तय मुद्दे में फँसती दिख रही है। राम और दुर्गा विवाद के बहाने बाहरी और बंगाली का मुद्दा ख़ड़ा होता दिख रहा।
ममता बनर्जी के समर्थक नये नारे- 'बंगला निजेर मयेके छै' यानी 'बंगाल को अपनी बेटी ही बेटी चाहिए' को सोशल मीडिया पर है शेयर कर रहे हैं। ममता क्या अब 'दीदी' कहा जाना पसंद नहीं करती हैं? आख़िर उन्होंने अब 'बंगाल की बेटी' का नारा क्यों दिया है?
बंगाल चुनाव बड़े रोचक मोड पर है। बीजेपी ने पूरी ताक़त झोंक दी है। क्या ममता हार जायेगी? आशुतोष ने जाना मशहूर चुनाव विशेषज्ञ और सेफोलाजिस्ट संजय कुमार से।
पश्चिम बंगाल के चुनावों में क्या गुल खिलाएगा लेफ्ट, कांग्रेस और बाक़ी दलों का गठबंधन? क्या यह लड़ाई को तिकोना बनाने में कामयाब होगा?
पश्चिम बंगाल में बाहरी होने के ठप्पे से मुक्ति पाने और बंगाली मानसिकता को लुभाने के लिए उनकी सबसे प्रिय चीज बांग्ला भाषा के ज़रिए बीजेपी बंगालियों के दिल में घुसने की कोशिश कर रही है।बंगालियों को लुभाने के लिए बीजेपी ने बांग्ला भाषा में ऐप लॉन्च किया है।
पश्चिम बंगाल में अगले अप्रैल में विधानसभा चुनाव होने जा रहे हैं। यहाँ तृणमूल 10 साल से सत्ता में है और अब तीसरी बार सत्ता में आने की कोशिश कर रही है। लेकिन क्या वह ऐसा कर पाएगी?
क्या बीजेपी पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव 2021 के पहले ‘राम बनाम दुर्गा’ का समीकरण खड़ा कर उसके जाल में टीएमसी को फँसाना चाहती है? क्या ‘राम बनाम दुर्गा’ बीजेपी नेताओं के पितृसत्तात्मक सोच का नतीजा है?
तृणमूल कांग्रेस के लिए काम कर रहे पीके पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव 2021 में हैट्रिक बनाने का सपना देख रही ममता की पार्टी के लिए वरदान साबित होंगे या अभिशाप?
2019 के लोकसभा चुनावों में 18 सीटों पर बीजेपी की जीत में हिंदी भाषी लोगों की महत्वपूर्ण भूमिका थी। इस चुनाव के बाद तृणमूल कांग्रेस ने हिंदी भाषी मतदाताओं के विशेष महत्व को समझा था और उनको दोबारा अपने पाले में लाने की कोशिश शुरू की थी।