राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत ने आरक्षण पर बहस की माँग कर एक नए विवाद का जन्म दे दिया है। क्या संघ आरक्षण के प्रावधानों को कमज़ोर करना चाहता है? क्या मोदी सरकार आरक्षण में बदलाव करेगी? सत्य हिन्दी पर इसका विश्लेषण कर रह हैं प्रमोद मल्लिक।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जनसंख्या विस्फोट की बात कर देश की सबसे बड़ी दूरगामी समस्या पर अंगुली रख दी है। पर सवाल यह है कि क्या वे इसे रोकने के लिए कोई कदम उठाएँगे?
बीते 5 साल में जम्मू-कश्मीर के आतंकवाद का स्वरूप बदला है। भले ही आतंकवादी मारे गए हों, अधिक स्थानीय युवा जुड़ रहे हैं, वे अब आज़ादी नहीं इसलामी राज्य के लिए लड़ रहे हैं।
बीजेपी दावा कर रही है कि अनुच्छेद 370, 35 ए के तहत मिलने वाला विशेष दर्जा नहीं रहा तो जम्मू-कश्मीर का आर्थिक विकास होगा।
हिन्दू महासभा के सदस्य सदस्य श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने संविधान सभा में अनुच्छेद 370 और उसके ज़रिए जम्मू-कश्मीर को विशेष दर्जा देने का पहले ज़बरदस्त समर्थन किया था तो बाद में इसके ख़िलाफ़ क्यों हो गए थे?
अनुच्छेद 370 को ख़त्म करने की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। अमित शाह ने इससे जुड़ा एक प्रस्ताव राज्यसभा में पेश किया है। पर जम्मू-कश्मीर में इस पर ज़बरदस्त प्रतिक्रिया हुई है और इसे राज्य के साथ 'धोखा' कहा जा रहा है। क्या है मामला, सुनिए सत्य हिन्दी के लिए प्रमोद मल्लिक से।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप ने एक बार फिर कहा है कि वह कश्मीर मुद्दे पर मध्यस्थता करने के लिए तैयार हैं। उन्होंने ऐसा क्यों कहा? अंतरराष्ट्रीय राजनीति पर इसका क्या असर पड़ेगा? बता रहे हैं सत्य हिन्दी के पत्रकार प्रमोद मल्लिक
साक्षी अजितेश शादी पर क्यों मचा है हंगामा? अजितेश को क्यों बना रहे हैं खलनायक? देखिए वी़डियो में पूरा मामला क्या है?
एक और जहाँ भारत और चीन के रिश्ते मजबूत हो रहे हैं और दोनों देश व्यापार ही नहीं, कूटनीतिक स्तर पर भी एक दूसरे का समर्थन कर रहे हैं, चीन की सेना लद्दाख में भारतीय सीमा में घुस गई। क्यों?
क्या फ़ेक न्यूज़ रोकने के नाम पर सरकार मीडिया में आलोचना और असहमति के बचे-खुचे स्वर को दबाना चाहती है? क्या हो रहा है दुनिया में?
संयुक्त राष्ट्र की एक एजेन्सी ने भारत से जम्मू-कश्मीर में जनमत संग्रह कराने को कहा है। इस मुद्दे पर भारत और पाकिस्तान एक बार फिर टकराने वाले हैं। भारत कैसे रोकेगा पाकिस्तान को? देखिए, सत्य हिन्दी के लिए प्रमोद मल्लिक का विश्लेषण
पहले से फटेहाल अर्थव्यवस्था को सहारा देने के लिए वित्त मंत्री ने कोई कदम नहीं उठाया है। फीके बजट में ऐसा कुछ नहीं है, जिससे कहा जाए कि तेज़ी आएगी।
लश्कर-ए-तैयबा समेत 23 आतंकवादी गुटों के ख़िलाफ़ पाकिस्तान सरकार की कार्रवाई का क्या है मतलब? क्या यह विश्व समुदाय की आँखों में धूल झोंकने की कोशिश है। सत्य हिन्दी के लिए प्रमोद मल्लिक का विश्लेषण।
मध्य-पूर्व में 1 हज़ार सैनिक भेजने का एलान कर ट्रंप ने एक तरह से युद्धा का नगाड़ा बजा दिया है। पर क्या उनका इरादा ऐसा है या सिर्फ बंदरघुड़की से काम चलाना चाहते हैं। भारत पर इसका क्या असर पड़ेगा?
भारत-चीन-अमेरिका के बीच फँसी लड़ाई की वजह से देश में 5 जी टेक्नोलॉजी शुरू नहीं हो पा रही है। क्या करेंगे नरेंद्र मोदी?
उत्तर प्रदेश पुलिस एक बार फिर एंटी-रोमियो स्क्वाड बनाने जा रही है। क्या ये स्क्वाड एक बार फिर लड़के-लड़कियों को निशाना बनाएँगे या वाक़ई लड़कियों को छेड़छाड़ से बचाएँगे? देखिए, प्रमोद मल्लिक का विश्लेषण सत्य हिन्दी के लिए।
सीबीआई जाँच से पता चला कि गुरमीत साध्वी बन चुकी लड़कियों का यौन शोषण करता था। एक साध्वी ने चिट्ठी लिखकर राम रहीम का कच्चा चिट्ठा खोला। साध्वी की चिट्ठी में क्या था? देखिए सत्य हिंदी पर प्रमोद मल्लिक की रिपोर्ट।
ख़राब मानसून कर देगा अर्थव्यवस्था बेहाल? देखिए प्रमोद मल्लिक की रिपोर्ट।
पाकिस्तान ने भारत के उच्चायुक्त को बुला कर संभावित हमले की जानकारी दी थी और कहा था कि आईईडी विस्फोटकों से लदी गाड़ी भारतीय सेना के किसी गाड़ी से टकराएगी। पाकिस्तान ने क्यों दी जानकारी?
क्या भारतीय सुरक्षा एजेंसियों में आतंकवादी हमलों की पूर्व ख़ुफ़िया जानकारियों का सही विश्लेषण और संभावित हमले को रोकने के लिए समय रहते उचित कार्रवाई करने की क्षमता है?
रविवार को एक बार फिर हॉन्ग कॉन्ग में लाखों लोग सड़कों पर उतर कर सरकार के ख़िलाफ़ प्रदर्शन कर सकते हैं। पर ख़बर है कि इस बार सरकार उनकी माँगों के आगे झुक सकती है।
शंघाई सहयोग संगठन के शिखर सम्मेलन के मौके पर बिश्केक में यह साफ़ हो गया कि भारत-पाकिस्तान के बीच बातचीत फ़िलहाल तो नहीं होने को है। आख़िर कब तक ऐसा चलेगा?
आर्थिक से लेकर राजनीतिक फ्रंट पर, हर तरफ से घिरा पाकिस्तान गंभीर संकट से बाहर निकलने के लिए हाथ-पैर मार रहा है। पर क्या प्रधानमंत्री इमरान ख़ान इसमें कामयाब होंगे?
क्या पश्चिम बंगाल सरकार अब जानबूझ कर केंद्र सरकार से टकराव के रास्ते पर चलेगी ताकि ममता बनर्जी इसका सियासी फ़ायदा उठा सकें और बीजेपी को राज्य में रोक सकें?
पश्चिम बंगाल में प्रतीकों की राजनीति तेज़ हो गई है। ‘जय श्री राम’ की वजह से बाहरी लोगों की पार्टी कहे जाने पर पश्चिम बंगाल बीजेपी अब ‘जय माँ काली’ का नारा ले कर आई है।
श्रीलंका में दो बौद्ध भिक्षुओं की माँग पर 7 मुसलमान मंत्रियों और 2 मुसलमान गवर्नरों ने इस्तीफ़ा दे दिया है। कहाँ जा रहा है यह देश?