आंध्र प्रदेश में मंदिरों की सुरक्षा को लेकर सरकारी लापरवाही ने एक बार फिर सवाल खड़े कर दिए हैं। जनवरी में तिरुपति मंदिर में हुई भगदड़ के बाद मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू ने एंडोमेंट्स विभाग के साथ लंबी बैठकें कीं और भीड़ प्रबंधन के लिए कई उपाय सुझाए, लेकिन ये ज्यादातर योजनाएं कागजों पर ही अटक गईं। श्रीकाकुलम जिले के काशिबुग्गा के श्री वेंकटेश्वर स्वामी मंदिर में हुई भगदड़ के बाद यह सच्चाई सामने आई है। इस घटना ने राज्य में मंदिरों की सुरक्षा व्यवस्था की पोल खोल दी है, जहां पुरानी संरचनाओं और निजी मंदिरों की अनदेखी प्रमुख समस्या बनी हुई है।