महाराष्ट्र चुनावों में ‘महाविकास अघाड़ी’ की चौंकाने वाली ‘महापराजय और ‘महायुति’ की ‘महाविजय’ को न तो भाजपा ने लोकतंत्र की जीत बताया है और न ही कांग्रेस ने उसे लोकतंत्र को एक धक्के के रूप में व्यक्त करने का साहस दिखाया है। कोई भी गठबंधन सामूहिक रूप से मानने को तैयार नहीं है कि ‘मुख्यमंत्री माझी लाडकी बहिन योजना’ के तहत हर माह बाँटी जाने वाली सिर्फ़ पंद्रह सौ रुपये की राशि ने इतना बड़ा उलटफेर कर दिया।