भारत में कोरोना वायरस पर घोर लापरवाही का क्या असर होगा? क्या हम देश में इटली जैसी स्थिति होने देना चाहते हैं? क्या इस वायरस के कारण हम घरों में कैद हो जाना चाहते हैं? फिर ऐसी लापरवाही क्यों? भीड़-भाड़ में जाना। समूह में पार्टी करना। मॉल जैसी जगहों पर घूमना। कोरोना वायरस पीड़ित मरीजों का हॉस्पिटल से भाग जाना। और न जाने ऐसी ही कितनी लापरवाहियाँ? ऐसी लापरवाहियों का क्या नतीजा होगा? 1.3 अरब की जनसंख्या वाले इस देश की हालत क्या होगी? इसकी मिसाल इटली है। ऐसी लापरवाहियाँ इटली में बरती गईं और कुछ ही दिनों में वहाँ हज़ारों लोगों की मौत हो गई। एक-एक दिन में 300 लोगों तक की मौतें हो गईं। शवों को अंतिम संस्कार करने में भी दिक्कतें हो रही हैं और कई-कई दिन तक शवों को कॉफिन में ही रखना पड़ रहा है। इटली के लोग घरों में कैद कर दिए गए। पुलिस की अनुमति के बिना लोगों के घर से बाहर निकलने पर भी पाबंदी है। आख़िर ऐसी हालत में इटली कैसे पहुँचा? क्या इटली से हम सबक़ ले सकते हैं। तो आइए, इटली के ही व्यक्ति के अनुभव से समझें कि इतनी बदतर स्थिति कैसे हो गई।
कोरोना वायरस पर हम नहीं चेते तो इटली जैसा हो जाएगा हाल!
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- 29 Mar, 2025
भारत में कोरोना वायरस पर घोर लापरवाही का क्या असर होगा? क्या हम देश में इटली जैसी स्थिति होने देना चाहते हैं? क्या इस वायरस के कारण हम घरों में कैद हो जाना चाहते हैं? फिर ऐसी लापरवाही क्यों? पढ़िए इटली में ऐसी ही लापरवाही का क्या नतीजा रहा।

जैसन यानोवित्ज़ नाम के ट्विटर हैंडल पर इटली में कोरोना वायरस के फैलने के अनुभव को साझा किया गया है। इसे 183 हज़ार से ज़्यादा बार रीट्वीट किया गया है। जैसन ने ट्वीट किया है कि यदि आप दोस्तों के साथ रेस्त्राँ, बार जाते हैं और ऐसा लगता है कि यह बड़ी बात नहीं है तो संभल जाइए। उन्होंने लिखा है, 'यह ट्विटर थ्रेड इटली के एक नागरिक से लिया गया है। जैसा कि उन्होंने कहा- बाक़ी दुनिया के लिए, आपको बिल्कुल ही अंदाज़ा नहीं है कि आगे क्या होने वाला है।'