प्रियांक खड़गे ने कर्नाटक सिविल सेवा (आचरण) नियमावली का हवाला देते हुए कहा था कि सरकारी कर्मचारी राजनीतिक संगठनों से जुड़े कार्यक्रमों में भाग नहीं ले सकते। खड़गे ने यह भी ज़िक्र किया कि हाल के दिनों में सरकारी अधिकारी आरएसएस कार्यक्रमों में भाग ले रहे हैं, जो नियमों का उल्लंघन है।