इन दिनों मकर संक्रांति के त्योहार की धूम है और केरल में सबरीमला मंदिर के पास मकर संक्रांति की रात को घने अंधेरे में एक ज्योति जलती हुई दिखती है, इस ज्योति को मकर ज्योति कहा जाता है। इसके दर्शन के लिए हर साल हजारों श्रद्धालु सबरीमला मंदिर आते हैं। दक्षिण भारत में फ़ैले भगवान अय्यप्पा के इन हजारों श्रद्धालुओं की आस्था को देखते हुए ही बीजेपी और कांग्रेस हिंदू वोटों को अपने पाले में करने की तैयारी में जुटे हुए हैं।
सबरीमला : आंदोलन सिर्फ़ बहाना, हिंदू वोट बैंक है निशाना
- केरल
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- 30 Jan, 2019

बीजेपी और कांग्रेस सबरीमला मंदिर में महिलाओं के प्रवेश के मुद्दे को भुनाने में जुटे हैं क्योंकि इन दोनों दलों की नज़रें केरल के हिंदू वोट बैंक पर टिकी हुई हैं।
बीजेपी को सबरीमला मंदिर आंदोलन में राम मंदिर आंदोलन जैसी संभावना नज़र आ रही है। राम मंदिर आंदोलन ने भारतीय राजनीति को नई दशा और दिशा दी थी। इसी आंदोलन की वजह से बीजेपी उत्तर भारत में अपने पाँव मजबूती के साथ जमाने में कामयाब रही थी। सबरीमला मंदिर के मुद्दे पर बीजेपी और कांग्रेस, दोनों को लगता है कि इस मुद्दे से वे अपने हिंदू वोट बैंक को बढ़ा सकते हैं। बीजेपी और कांग्रेस में दक्षिण के हिंदू वोट बैंक पर कब्ज़ा जमाने की जंग छिड़ी हुई है।