उत्तर प्रदेश की दलित राजधानी माने जाने वाले शहर आगरा में प्रदेश की सबसे बड़ी दलित नेता मानी जाने वाली बहुजन समाज पार्टी की अध्यक्ष मायावती ने अपनी चुप्पी तोड़ दी और कहा कि मैं गैर-हाज़िर नहीं थी। विधानसभा चुनावों के ऐलान से काफी पहले से मायावती मैदान में नज़र नहीं आ रही थीं। चुनावों का ऐलान हो गया, उसके बाद भी लंबे समय तक बीएसपी अध्यक्ष कहीं नहीं दिख रहीं थीं। नतीजा हुआ कि यह हवा बनने लगी कि मायावती इस चुनाव को ठीक से लड़ना नहीं चाहती या फिर इस तरह की चुप्पी बीजेपी को फायदा पहुंचाने के लिए है। चुनाव को बीजेपी और समाजवादी पार्टी के बीच मुकाबले का माना जाने लगा।