जब डोनल्ड ट्रम्प अमेरिका के राष्ट्रपति थे तब भारत के प्रधानमंत्री मोदी के साथ उनकी ख़ूब जमती थी। दोनों नेताओं ने एक-दूसरे का प्रचार भी किया था। तो क्या अब ऐसा नहीं हो सकता कि एक-दूसरे के वे काम आएँ। पढ़िए, इस पर रमेश जोशी का व्यंग्य।
किसी देश का महाबली अपने मतदाताओं को संबोधित कर रहा है। वो अपने संबोधन में क्या-क्या कहता है, जानिए। देश के मौजूदा हालात पर देश के जाने-माने पत्रकार मुकेश कुमार का यह व्यंग्य बहुत सामयिक है। पढ़िए और पढ़ाइएः
Satya Hindi news Bulletin सत्य हिंदी समाचार बुलेटिन । तुर्की में भीषण भूकंप, 2300 मौतें, भारत मदद भेज रहा । अडानी केस : LIC, SBI के निवेश पर गोयल- सरकार ज़िम्मेदार नहीं
धार्मिक शोभायात्राओं में नफ़रती भाषा और मुसलिम विरोधी नारों पर तीखी प्रतिक्रिया हुई है। रवीश कुमार ने ऐसी ही एक शोभायात्रा में मुसलिमों के ख़िलाफ़ गालियाँ देने वालों के नाम ख़त लिखा है। पढ़िए उनके शब्दों में ही....
लखनऊ में आज लाखों किसानों की महापंचायत हुई जिसमें MSP समेत 6 मांगों पर किसानों ने कहा कि उनकी बात मानी जाए नहीं तो आंदोलन नहीं रुकेगा। क्या बीजेपी किसानों को रोक पायेगी? क्या एकतरफा घोषणा के बाद सरकार किसानों की बाकी मांगों को भी मानेगी?
खेती से जुड़े तीनों क़ानूनों में कई कमियाँ हैं जिसके चलते बड़े व्यापारी उनका दुरुपयोग कर सकते हैं। किसान से बकाए की वसूली रेवेन्यू की तरह करने की व्यवस्था के कारण किसान को जेल में भी भेजा जा सकता है। बता रहे हैं क़ानून विशेषज्ञ शैलेंद्र यादव।
मोदी का लोकल वोकल भाषण हाल के दिनों में चर्चा में रहा। कोरोना लॉकडाउन के दौरान आत्मनिर्भर भारत को प्रधानमंत्री ने ज़ोर दिया। क्या हैं लोकल वोकल के मायने?