हिन्दुत्ववाद की राजनीति में कहीं 'आप' फिसल न जाये ?
हिन्दुत्व की राजनीति बीजेपी का पेटेन्ट बन चुका है। अगर किसी अन्य पार्टी ने हिन्दुत्व की राजनीति करने की कोशिश की, उस ट्रैप में वो फंसी लेकिन उसे मामूली सफलता भी नहीं मिली। कांग्रेस का उदाहरण सामने है। वो भी इस ट्रैप में फंसी और अब उसे अपनी मूल विचारधारा पर लौटकर भारत जोड़ो यात्रा निकालनी पड़ रही है। आम आदमी पार्टी प्रमुख अरविन्द केजरीवाल भी उसी ट्रैप में फंस चुके हैं, जबकि आप किन उद्देश्यों के लिए बनी थी? तनवीर जाफरी ने इन्हीं सवालों के तह में जाने की कोशिश की हैः