अनुच्छेद 370 में बदलाव के तीन हफ़्ते बाद भी जम्मू-कश्मीर में फ़ोन लाइन, इंटरनेट बंद हैं। आवाजाही बाधित है। सरकारी कार्यालय और कुछ स्कूल खुले हैं, लेकिन उपस्थिति न के बराबर है? इसे क्या हालात सामान्य कहेंगे? देखिए 'आशुतोष की बात' में स्वतंत्र रूप से कश्मीर पर विचार रखने वाले सलमान निज़ामी के साथ चर्चा।
अनुच्छेद 370 में फेरबदल के बाद ऐसे हज़ारों लोग हैं जो अपनों से संपर्क तक नहीं साध पा रहे हैं। हज़ारों लोग गिरफ़्तार किए गए। ऐसी रिपोर्टें हैं कि इन्हें गिरफ़्तार कर जम्मू-कश्मीर से बाहर लखनऊ, वाराणसी और आगरा भेजा गया है।
कुछ ही दिनों में गाँधीजी की 150वीं जयंती आने वाली है और प्रधानमंत्री मोदी समेत सभी बड़े नेता उनको याद कर दावा करेंगे कि वे गाँधीजी के ही बताए मार्ग पर चल रहे हैं। क्या वे जम्मू-कश्मीर के मामले में ऐसा कर रहे हैं?
कश्मीर के हालात लगातार चुनौतीपूर्ण बने हुए हैं। सरकार के प्रयास के बावजूद स्थिति क्यों नहीं सुधर रही है? क्या पाकिस्तान और आतंकवाद इसके आड़े आ रहे हैं? देखिए 'सत्य हिंदी' पर 'आशुतोष की बात' में क्या हैं सरकार के सामने चुनौतियाँ।
राहुल गाँधी ने गवर्नर मलिक का कश्मीर आने का निमंत्रण स्वीकार कर लिया है। कराची में कार्यक्रम कर मीका ने मुसीबत बुला ली है और शाह फ़ैसल को दिल्ली हवाईअड्डे पर पकड़ कर वापस श्रीनगर भेज दिया गया है। देखिए शीतल के सवाल में कश्मीर पर विशेष रिपोर्ट।
पूर्व आईएस फै़सल हिरासत में, वापस कश्मीर भेजा। इमरान: भारत पीओके में भी कर सकता है हमला। कश्मीर पर ब्रिटिश एमपी: लेबर पार्टी भारत विरोधी। सत्य हिंदी न्यूज़ बुलेटिन
पूर्व आईएस फै़सल हिरासत में, वापस कश्मीर भेजा। इमरान: भारत पीओके में भी कर सकता है हमला। कश्मीर पर ब्रिटिश एमपी: लेबर पार्टी भारत विरोधी। सत्य हिंदी न्यूज़ बुलेटिन
जम्मू से सारी पाबंदी हटी, कश्मीर से नहीं। J&K एडीजी: फर्जी वीडियो वायरल की जा रही है। कश्मीर पर ब्रिटिश एमपी: लेबर पार्टी भारत विरोधी। पाक राष्ट्रपति: युद्ध में जेहाद और मुक़ाबला करना एक रास्ता। सत्य हिंदी न्यूज़ बुलेटिन
जम्मू-कश्मीर में अनुच्छेद 370 में फेरबदल के बाद कैसी है स्थिति? क्या स्थित सुधरी है या और बिगड़ी है? ईद पर लोगों ने क्या सच में ख़ुशियाँ मनाईं? देखिए 'सत्य हिंदी' के लिए 'आशुतोष की बात' में स्वतंत्र रूप से कश्मीर पर विचार रखने वाले सलमान निज़ामी के साथ चर्चा।
जम्मू-कश्मीर में फ़िलहाल स्थिति कुछ ठीक नहीं है। लेकिन क्या इसकी स्थिति पहले भी ऐसी रही है? कनिष्क से लेकर जहाँगीर, अंग्रेज़ शासन के आने तक कैसा था जम्मू-कश्मीर? इस सीरीज़ में वरिष्ठ पत्रकार राजेंद्र तिवारी से सुनिए कश्मीर की अनसुनी कहानियाँ। 'सत्य हिंदी' पर पेश है इसकी तीसरी कड़ी।
जम्मू-कश्मीर में पिछले आठ दिन से कर्फ़्यू है। आज ईद के दिन उम्मीद थी कि इसमें कुछ ढील मिलेगी, लेकिन घाटीम में कुछ ही घंटों में लोगों को वापस घरों में बंद हो जाने के लिए कह दिया गया। 'सत्य हिंदी' के लिए देखिए 'शीतल के सवाल' में आशुतोष के साथ चर्चा।