क्या पार्टियों के घोषणापत्र बुनियादी चीजों को फिर नज़रअंदाज़ करेंगे?
चुनाव की तारीख़ों का एलान हो गया है, जल्द ही तमाम राजनीतिक दल अपने-अपने घोषणा पत्र जारी करेंगे, लेकिन क्या वे देश की बुनियादी मुद्दों को उसमें शामिल करेंगे और जीतने पर उन्हें पूरा भी करेंगे?