लोकनीति सीएसडीएस सर्वे से तमाम तरह के नतीजे सामने आए। लेकिन जो सबसे खास बात थी वो ये कि भारत के लोगों का विश्वास धर्मनिरपेक्षता में अभी भी बचा हुआ है। हमारे संविधान की मूल भावना भी यही है। जाने-माने स्तंभकार अपूर्वानंद ने भी इस सर्वे के संदर्भ में कुछ बातें लिखी हैं। जरूर पढ़िएः
देश धार्मिक उन्माद की तरफ लगातार बढ़ रहा है। मुजफ्फरनगर जिले में मुस्लिम बच्चे को क्लास में थप्पड़ लगवाने की घटना पर बहस शुरू हो चुकी है। लेकिन इन हालात और ऐसी घटनाओं पर सरकार चुप है। अदालत एक सीमा तक हस्तक्षेप कर पा रही है। हेट स्पीच आपके देश और इसकी व्यवस्था को खाने जा रही है! पत्रकार वंदिता मिश्रा का इस हफ्ते का लेख पढ़िएः
दिल्ली के जंतर मंतर पर हिन्दू सेना की महापंचायत रविवार को बीच में रोक दी गई। दिल्ली पुलिस ने कहा कि महापंचायत को यति नरसिंहानंद के नफरती भाषण की वजह से रोका गया।
पलवल के गांव में आयोजित हिन्दू महापंचायत में रविवार 13 अगस्त को खुलकर सरकार की शर्तों को तोड़ा गया। खुले आम हेट स्पीच यानी नफरती भाषण हुए और समुदाय विशेष के लोगों को संगीन धमकियां दी गईं। हालांकि पलवल पुलिस के अधिकारियों ने महापंचायत के आयोजकों से साफ शब्दों में हेट स्पीच के लिए मना किया था लेकिन वक्ता माने नहीं। पुलिस ने अभी तक हेट स्पीच को लेकर कोई कार्रवाई नहीं की है। रविवार की महापंचायत के बाद इलाके में तनाव बढ़ सकता है।
पलवल के पोंडरी गांव में हिन्दू महापंचायत को हरियाणा सरकार ने रविवार को सशर्त अनुमति दे दी है। हालांकि पहले अनुमति नहीं दी गई थी लेकिन अचानक अनुमति दे दी गई। यह महापंचायत बृजमंडल धार्मिक यात्रा 28 अगस्त को नूंह से ही फिर से शुरू करने के लिए आयोजित की गई है। पिछले दिनों गुड़गांव में धारा 144 तोड़कर ऐसी ही महापंचायत हो चुकी है।
हेट स्पीच के मामले में केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर और बीजेपी सांसद प्रवेश वर्मा के खिलाफ दिल्ली पुलिस ने एफआईआर दर्ज नहीं की। इस पर सुप्रीम कोर्ट ने सीपीएम नेता बृंदा करात की याचिका पर सुप्रीम कोर्ट ने दिल्ली पुलिस को नोटिस जारी किया है।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण इस समय अमेरिका की यात्रा पर हैं। वहां उनसे भारत में मुसलमानों के खिलाफ बढ़ती नफरत और हिंसा को लेकर सवाल किए गए। उन्होंने इस सवाल का यह कहकर बचाव किया कि ऐसा होता तो क्या भारत में मुस्लिम आबादी बढ़ रही होती।
दिल्ली में हिन्दू राष्ट्र पंचायत रविवार को हुई। जिसमें पूर्वोत्तर दिल्ली को हिन्दू राष्ट्र का पहला जिला बनाने की घोषणा की गई। दिल्ली पुलिस ने केस दर्ज किया है। दिल्ली बीजेपी ने कार्यक्रम से दूरी बना ली है लेकिन कार्यक्रम में पूर्व केंद्रीय मंत्री समेत कई बीजेपी नेता मौजूद थे। जानिए पूरा ब्यौराः
हेट स्पीच के खिलाफ भारत में कानून भी है और अदालत की नजर भी रहती है। हाल ही में भारत के चीफ जस्टिस ने हेट स्पीच पर कहा कि ऐसा करने वाले नपुंसक हैं लेकिन दरअसल ऐसी प्रवृत्ति के लोग आपराधिक सोच वाले हैं, उन्हें नपुंसक बताना एक तरह से उन्हें स्वीकार करना हो गया।
सुप्रीम कोर्ट ने नफरती बयानों पर एक बार फिर अपना कड़ा रुख दिखाया है और कहा है कि भारत एक सेकुलर देश है। यहां हेट स्पीच पर कोई समझौता नहीं किया जा सकता। अदालत की यह सख्त टिप्पणी यूपी से जुड़े एक मामले में आई है।
देश में नफरत के माहौल को लगातार बढ़ावा दिया जा रहा है। विश्व हिन्दू परिषद की दिल्ली रैली में खुले आम एक समुदाय विशेष के लोगों की हत्या करने, उनका सिर कलम करने की बातें कही गईं। वहां दिल्ली पुलिस मौजूद थी लेकिन उसने कोई कार्रवाई अभी तक नहीं की है।
2020 में बीजेपी सांसद अनुराग ठाकुर और प्रवेश वर्मा पर कथित हेट स्पीच देने का आरोप लगा था। इस मामले को सीपीएम की वृंदा करात अदालत तक ले गई थीं। हाई कोर्ट ने इसमें सोमवार को लंबी चौड़ी नसहीत बड़े पदों पर बैठे लोगों को दी लेकिन उसने वृंदा करात की याचिका खारिज कर दी। वृंदा करात ने मांग की थी कि इन दोनों पर पुलिस केस चलाया जाए।
अरब देशों का भारी दबाव पड़ने के बाद बीजेपी ने अपनी प्रवक्ता नूपुर शर्मा के उस आपत्तिजनक बयान से दूरी बना ली है, जो उन्होंने पैगंबर के बारे में दिया था। बीजेपी का कहना है कि वो सभी धर्मों की हस्तियों का सम्मान करती है।