अपने पिता महेंद्र सिंह टिकैत से विरासत में मिली किसानों की राजनीति को आगे बढ़ा रहे राकेश टिकैत ख़ुद चुनाव लड़कर बुरी तरह हार चुके हैं। लेकिन इस आंदोलन से वह एक मजबूत किसान नेता के रूप में उभरे हैं।
Satya Hindi News Bulletin। सत्य हिंदी समाचार बुलेटिन। आज जींद में है महापंचायत, राकेश टिकैत भरेंगे हुंकार । सिंघु बॉर्डर: खुले में जाना पड़ रहा शौच, पानी सप्लाई में भी दिक्कत
उत्तर भारत में एक नये नायक का उदय हुआ है जिसमें अपार संभावनाएँ हैं तो फुस्स हो जाने का ख़तरा भी । क्या राकेश टिकैत में अन्ना हज़ारे को न दोहराने की क्षमता है ? क्या लोकप्रियता के शिखर को समानांतर बनाए रख सकने की सामर्थ्य है ? पड़ताल कर रहे हैं शीतल पी सिंह
किसान नेता राकेश टिकैत के आँसुओं से क्या सरकार को डर लग गया? 26 जनवरी को किसान प्रदर्शन के दिन हिंसा के बाद बंद किए गए इंटरनेट को बहाल किया ही जा रहा था कि फिर से इंटरनेट को बंद कर दिया गया।
Satya Hindi News Bulletin। सत्य हिंदी समाचार बुलेटिन। महापंचायत : लोग बोले- टिकैत के हर आँसू का बदला लिया जाएगा । महापंचायत में फैसला- गाजीपुर पहुँचकर आंदोलन मजबूत करें
Satya Hindi News Bulletin। सत्य हिंदी समाचार बुलेटिन। मुज़फ़्फ़रनगर में हुई महापंचायत, उमड़ पड़ा जनसैलाब । संजय सिंह बोले - आंदोलन ख़त्म करने के प्रयास किए जा रहे हैं
Satya Hindi News Bulletin। सत्य हिंदी समाचार बुलेटिन। टिकैत : आंदोलन ख़त्म नहीं होगा, शांति बनाए रखें । मुज़फ़्फरनगर में आज किसानों की महापंचायत, जुटेंगे किसान
क्या राकेश टिकैत के रो पड़ने ने किसान आंदोलन में नये सिरे से जान फूँक दी है? रात यह लग रहा था कि पुलिस ज़बरन किसानों को ग़ाज़ीपुर बॉर्डर से हटा देगी लेकिन वैसा नहीं हुआ।
दिल्ली-यूपी बॉर्डर पर गाज़ीपुर से किसानों को हटाने की ख़बरों के बीच तनाव है। भारी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया है तो किसान भी भारी तादाद में पहुँच गए हैं। टिकरी और सिंघू बॉर्डर पर भी किसान प्रदर्शन कर रहे हैं।