ऑपरेशन सिंदूर के बाद भारत को उम्मीद थी कि अमेरिका पाकिस्तान के ख़िलाफ़ कड़ा रुख़ अपनाएगा लेकिन हुआ उल्टा। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत और पाकिस्तान को एक ही पलड़े पर तौल दिया। वे दोनों को ही संयम बरतने की नसीहत देने लगे और फिर दावा किया कि युद्धविराम तब हुआ जब उन्होंने ट्रेड बंद करने की धमकी दी थी। लेकिन इस बीच पाकिस्तान में ट्रंप परिवार के आर्थिक हितों का भी मामला सामने आया है जिसने इशारा किया है कि पाकिस्तान के प्रति ट्रंप की नरमी यूँ ही नहीं थी।
पाकिस्तान से नरमी के पीछे ट्रंप परिवार के आर्थिक हित!
- विश्लेषण
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- 12 Jul, 2025

ट्रंप प्रशासन की पाकिस्तान पर नर्म नीति को लेकर सवाल उठ रहे हैं कि क्या इसके पीछे ट्रंप परिवार के आर्थिक हित जुड़े हैं? जानिए किन व्यापारिक कड़ियों और निवेश संबंधों की ओर इशारा कर रही हैं रिपोर्ट्स।
9 जुलाई, 2025 को पाकिस्तान ने वर्चुअल एसेट्स एक्ट पास किया, जिसके तहत पाकिस्तान वर्चुअल एसेट रेगुलेटरी अथॉरिटी (PVARA) की स्थापना की गई। यह अथॉरिटी क्रिप्टोकरेंसी और ब्लॉकचेन से जुड़े सभी कार्यों को नियंत्रित करेगी। इस कानून का उद्देश्य पाकिस्तान में क्रिप्टो की बढ़ती लोकप्रियता को एक ढांचे में लाना है।
पाकिस्तान में क़रीब 2 करोड़ लोग पहले से ही क्रिप्टो में निवेश कर रहे हैं और 2024 के Chainalysis डेटा के अनुसार, यह देश क्रिप्टो अपनाने में 9वें स्थान पर है, जहाँ सालाना 300 बिलियन डॉलर के लेन-देन होते हैं। लेकिन यह कानून सिर्फ आर्थिक सुधारों तक सीमित नहीं है। कुछ विश्लेषक इसे भू-राजनीतिक रणनीति का हिस्सा मानते हैं। कारण? इसमें ट्रंप परिवार का कनेक्शन है।