महाराष्ट्र में कौन सरकार बनाएगा, इसे लेकर सस्पेंस बरक़रार है। एनसीपी के पास मंगलवार रात 8.30 बजे तक का वक़्त है और वह कांग्रेस के फ़ैसले के इंतजार में है।
पाकिस्तान की एक नापाक हरक़त के कारण दोनों देशों के बीच फिर तनाव बढ़ने के आसार हैं।
डीएचएफ़एल (दीवान हाउसिंग फ़ाइनेंस लिमिटेड) में उत्तर प्रदेश के सरकारी कर्मचारियों के जीवनभर की पूंजी (पीएफ़) का पैसा फंसने का मामला काफ़ी गंभीर होता जा रहा है।
आख़िरकार कुख्यात आतंकवादी संगठन आईएसआईएस का सरगना अबु बकर-अल बग़दादी मारा गया। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने रविवार को इसका एलान किया।
विधानसभा चुनाव के प्रचार के दौरान और उससे पहले भी जिस बीजेपी को दुष्यंत कोसते रहे क्या उसके साथ सरकार चला पाना उनके लिए संभव होगा।
चुनाव परिणाम पूरी तरह विपरीत रहे हैं और बीजेपी को 40 सीटों पर जीत मिली है जो कि पिछले चुनाव से 7 सीट कम है।
सिखों की सर्वोच्च धार्मिक संस्था अकाल तख़्त ने आरएसएस पर जोरदार हमला बोला है। अकाल तख़्त ने कहा है कि संघ को आज़ादी से काम करने की अनुमति देने से देश का बंटवारा होगा।
मोदी सरकार के क़ानून मंत्री का बयान आर्थिक मंदी की वजह से अपनी नौकरियां गंवा देने वाले या व्यापार में घाटे की वजह से परेशान व्यापारियों के जख्मों पर नमक छिड़कने वाला है।
2009 के विधानसभा चुनाव में 4 सीट जीतने वाली बीजेपी 2014 में सीधे 47 सीटों के आंकड़े पर पहुंच गई।
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गाँधी ने हार नहीं मानी है और वह उत्तर प्रदेश में संगठन को खड़ा करने की जी-तोड़ कोशिश कर रही हैं।
बिहार की राजनीति को समझने वाले राजनीतिक जानकार भी अचंभित हैं और उनके लिए यह समझ पाना मुश्किल हो रहा है कि ये कौन से राजनीतिक समीकरण बन रहे हैं।
राहुल गाँधी के कांग्रेस में धीरे-धीरे बड़ी जिम्मेदारियां संभालने के दौरान यह चर्चा होती थी कि क्या पुराने नेता राहुल और उनकी टीम को बर्दाश्त कर पायेंगे।
बापू ने जिस धरती से दुनिया को प्यार, मोहब्बत का संदेश दिया, उसी देश में कुछ लोग उनके हत्यारे नाथूराम गोडसे के सम्मान में ‘गोडसे अमर रहें’ ट्रेंड करा रहे थे।
पाकिस्तान में रोजमर्रा की ज़रूरत की चीजों के भाव आसमान छू रहे हैं और आम जनता इमरान को कोस रही है कि इमरान उनके सवालों के जवाब क्यों नहीं देते।
कांग्रेस अब बीजेपी द्वारा उसके नेताओं को भ्रष्टाचारी बताने पर चुप नहीं बैठेगी। वह इसे मुद्दा भी बनाएगी कि मोदी सरकार विपक्षी नेताओं को चुन-चुन कर निशाना बना रही है।
अगर कांग्रेस एकजुट होकर लड़ी और बाक़ी विपक्षी दल भी मजबूती से लड़े तो हरियाणा से बीजेपी सरकार की विदाई हो सकती है।
लोकसभा चुनाव में पार्टी प्रदेश की 90 में से 79 सीटों पर आगे रही थी और इसीलिए वह मिशन 75 प्लस की रणनीति बनाकर उस पर जोर-शोर से काम कर रही है।
क्यूं करें विचार, ठीके तो है नीतीश कुमार। जेडीयू के प्रदेश कार्यालय के बाहर इस नये स्लोगन का होर्डिंग लगा दिया गया है।
देश भर के लोगों के मन में पिछले कुछ दिनों से एक सवाल है कि आख़िर कश्मीर के क्या हालात हैं? वहाँ क्या हो रहा है?
भारतीय राजनीति में कई ऐसे उदाहरण हैं जब दिग्गज सियासतदानों को सत्ता जाने के बाद ऐसा ख़राब समय भी देखना पड़ा जिसकी उन्होंने कल्पना भी नहीं की होगी।
सवाल यह उठ रहा है कि आख़िर क्यों जम्मू-कश्मीर में इतनी बड़ी संख्या में जवानों की तैनाती की जा रही है।
क्या केंद्र में दोबारा मोदी सरकार बनने के बाद नीतीश कुमार को यह डर लगने लगा है कि इससे उनकी पार्टी जेडीयू को ख़तरा हो सकता है?
लोकसभा चुनाव के परिणाम आने के बाद से ही यह माना जा रहा था कि देश में विपक्षी दलों की राज्य सरकारों को ख़तरा पैदा हो सकता है।
बीजेपी नेता मुकुल रॉय ने दावा किया है कि तृणमूल कांग्रेस, वाम दलों और कांग्रेस के 107 विधायक उनके संपर्क में हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह को पार्टी के दिवंगत नेता मनोहर पर्रिकर के बेटे की बात ज़रूर सुननी चाहिए।
बजट में गाँवों, और किसानों के लिए कई घोषणाएँ की गई हैं। लेकिन क्या वास्तव में उनकी हालत सुधरेगी।