प्रेम कुमार समसामयिक विषयों पर लिखते रहते हैं।
राजद्रोह के क़ानून का लगातार दुरुपयोग होने की बात उठती रही है। क्या इस क़ानून को अभी भी बनाए रखने का कोई औचित्य है?
उत्तर प्रदेश से लेकर मध्य प्रदेश और दिल्ली तक बुलडोजर बेलगाम रफ्तार के साथ कार्रवाई कर रहा है। नफरत का यह बुलडोजर कानून का भी मखौल बना रहा है और संविधान को भी तहस-नहस कर रहा है।
कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन करने वाले कई किसान लंबे समय से जेलों में बंद हैं और उन्हें जमानत नहीं मिल पा रही है। इन किसानों की रिहाई के मसले पर सुप्रीम कोर्ट कब ध्यान देगा?
संघ प्रमुख मोहन भागवत ने अखंड भारत की बात कही है। क्या संघ ने द्विराष्ट्र का सिद्धांत छोड़ दिया है और मोहन भागवत यति नरसिंहानंद जैसे लोगों पर क्यों नहीं बोलते?
नवरात्र से लेकर रामनवमी तक देश के कई राज्यों में हिंसा की ख़बरें क्यों आईं और वह भी तब जब कई मामलों में तो पुलिस भी मौजूद नज़र आई? प्रशासन की मौजूदगी में ऐसा क्यों हुआ?
‘द दलित ट्रुथ’ पुस्तक के विमोचन के मौके पर राहुल गांधी ने दलित समाज की चिंता को तो सामने रखा लेकिन कोई रोड मैप देने में वह कामयाब नहीं दिखे।
कांग्रेस महंगाई मुक्त भारत अभियान के जरिए मोदी सरकार पर हमला तो बोल रही है लेकिन क्या उसके इस अभियान में जनता भागीदारी कर रही है?
केजरीवाल सरकार ने अगले 5 साल में 20 लाख रोजगार पैदा करने का वादा किया है लेकिन क्या वह ऐसा कर पाएगी?
योगी सरकार में कई ऐसे नेताओं को मंत्री बनाया गया है जो ना तो विधान परिषद के सदस्य हैं और ना ही विधानसभा के। ऐसे में इन्हें विधानसभा में भेजने के लिए पार्टी क्या कुछ विधायकों का इस्तीफा लेगी?
पांच राज्यों में हार के बाद एक बार फिर G-23 गुट कांग्रेस नेतृत्व पर हमलावर हो गया है। लेकिन क्या कांग्रेस नेतृत्व इनके दबाव में आएगा?
कश्मीरी पंडितों के कत्लेआम और विस्थापन पर बनी फिल्म द कश्मीर फाइल्स जोरदार चर्चा में है। क्या इससे किसी को राजनीतिक फायदा हो रहा है?
पांच राज्यों में बेहद ख़राब प्रदर्शन के बाद निश्चित रूप से कांग्रेस की हालत और कमजोर होगी। लेकिन क्या वह इन नतीजों से कुछ सबक सीखेगी?
यूक्रेन में बेहद खराब हालात में फंसे भारतीयों को लाने में मोदी सरकार नाकाम दिखी है। भारतीयों को लाना सरकार का फर्ज है लेकिन सरकार इसमें भी वाहवाही लूटना चाहती है।
यूक्रेन पर रूस के हमले और इस पर अमेरिका व नाटो की प्रतिक्रिया का क्या संदेश है? क्या कमजोर देश ताक़तवर राष्ट्रों से कुछ उम्मीद कर सकते हैं?
उत्तर प्रदेश में चौथे चरण में भी बीजेपी और सपा के बीच तगड़ा मुकाबला है। अगर इस चरण में बीजेपी को बड़ा नुकसान हुआ तो उसके लिए इसकी भरपाई करना बेहद मुश्किल हो जाएगा।
कांग्रेस भी बीजेपी की तरह अपने राजनीतिक विरोधियों को देशद्रोही बताने लगी है। अरविंद केजरीवाल पर इतने गंभीर आरोप लगाने के लिए उसके पास क्या कोई मजबूत आधार है?
राहुल गांधी ने नवजोत सिंह सिद्धू और सुनील जाखड़ के सामने ही चरणजीत सिंह चन्नी को पंजाब कांग्रेस के मुख्यमंत्री के उम्मीदवार की घोषणा कर क्या हासिल किया?
असदुद्दीन ओवैसी पर हुए हमले का एक अभियुक्त हिंदू संगठन से जुड़ा है। सवाल यह है कि जो लोग गोडसे-आप्टे का समर्थन कर रहे हैं और गांधी की हत्या को जायज ठहरा रहे हैं, वही जमात क्या सचिन-शुभम पैदा नहीं कर रही है?
उत्तर प्रदेश के चुनाव में अपनी पहली रैली में मायावती कांग्रेस पर हमलावर रहीं, दूसरी ओर बीजेपी मायावती के खिलाफ पूरी तरह चुप है, आखिर इसका क्या मतलब है?
पेगासस स्पाईवेयर के ज़रिए जासूसी क्या लोकतंत्र विरोधी और नागरिक स्वतंत्रता पर हमला नहीं है? क्या जिस तरह से इस मुद्दे को राहुल गांधी ने उठाया उसी तरह से दूसरी विपक्षी पार्टियाँ उठाएँगी?
अखिलेश यादव की समाजवादी पार्टी और चंद्रशेखर आज़ाद रावण की पार्टी भीम आर्मी के बीच गठबंधन नहीं होने के लिए कौन ज़िम्मेदार और इसके पीछे कौन सी ताक़त है?
उत्तर प्रदेश बीजेपी में इन दिनों भगदड़ मची हुई है। मंत्री, विधायक लगातार पार्टी छोड़ रहे हैं, क्या वे बीजेपी की हिन्दुत्व की राजनीति से नाराज हैं?
उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव में इस बार पोस्टल बैलेट के वोटों और कोरोना संक्रमितों की बड़ी भूमिका रहेगी। जानिए कैसे?
पंजाब में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सुरक्षा में हुई चूक के मामले में तमाम सवाल उठ रहे हैं। इससे पहले भी कई बार बड़े नेताओं की सुरक्षा में चूक हुई है। लेकिन इस बार आख़िर इतना हंगामा क्यों है?
2019 में जब मौसम ख़राब था और पुलवामा हमला हुआ था तब प्रधानमंत्री मोदी ने रुद्रपुर में मोबाइल फ़ोन से रैली को संबोधित किया था, फिरोज़पुर में वह फोन से रैली को संबोधित क्यों नहीं कर पाए?
ब्राह्मण बहुल मथुरा सीट से योगी आदित्यनाथ को चुनाव लड़ाने की सलाह देकर क्या उन्हें फंसाने की कोशिश की जा रही है?