ओबीसी राजनीति को लेकर एक महत्वपूर्ण घटनाक्रम हुआ है। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने पीएम मोदी को पत्र लिखकर देशव्यापी जाति जनगणना कराने की मांग की है। कांग्रेस के प्रमुख नेता राहुल गांधी ने भी आज कर्नाटक की रैली में पीएम मोदी को चुनौती देते हुए कहा कि अगर केंद्र सरकार में दम है तो वो जाति जनगणा का डेटा सार्वजनिक करे। इन दोनों बयानों का मतलब एक ही है कि कांग्रेस अब खुलकर जाति जनगणना के पक्ष में खड़ी हो गई है। मंडल राजनीति के बहाने ओबीसी राजनीति ने कांग्रेस को यूपी-बिहार में हाशिए पर पहुंचा दिया, अब उसी के सहारे कांग्रेस और बाकी विपक्षी दल सत्तारूढ़ बीजेपी को चुनौती देना चाहते हैं। बिहार की नीतीश कुमार सरकार ने पहले से ही जाति जनगणना शुरू करा दी है। लेकिन राष्ट्रीय स्तर पर बीजेपी इस मुद्दे पर बैकफुट पर है। वो जाति जनगणना नहीं चाहती है। विपक्ष ने उसकी इस कमजोर नस को पकड़ लिया है।