भारत ने कहा है कि हाल के भारत-पाकिस्तान सैन्य तनाव के दौरान अमेरिका के साथ हुई बातचीत में व्यापार से जुड़ी कोई चर्चा नहीं हुई। विदेश मंत्रालय ने यह भी जोर देकर कहा कि भारत की ऑपरेशन सिंदूर जैसी सैन्य कार्रवाइयाँ पूरी तरह पारंपरिक युद्ध के दायरे में थीं और इसमें परमाणु हथियारों का ख़तरा नहीं था। यह बयान अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के उस दावे के जवाब में आया है, जिसमें उन्होंने कहा था कि उन्होंने भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव कम करने के लिए व्यापार को एक हथियार के रूप में इस्तेमाल किया और परमाणु युद्ध के ख़तरे को टाला।
भारत ने यह भी कहा है कि जम्मू-कश्मीर का मुद्दा द्विपक्षीय बातचीत से ही सुलझाया जाएगा। लेकिन ट्रंप के उस दावे को साफ़-साफ़ खारिज नहीं किया गया है जिसमें ट्रंप ने कहा है कि अमेरिका की मध्यस्थता से भारत -पाकिस्तान के बीच युद्धविराम हुआ। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा कि भारत ने भारत-पाक युद्धविराम पर राष्ट्रपति ट्रम्प के बयानों पर अपनी स्थिति अमेरिकी अधिकारियों को 'स्पष्ट' कर दी है।