loader

ट्विटर ने राज्य आईटी मंत्री राजीव चंद्रशेखर का वेरिफाइड बैज हटाया

नए इलेक्ट्रॉनिक्स व सूचना प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री राजीव चंद्रशेखर का वेरीफ़ाइड ब्लू टिक लगा हुआ ट्विटर बैज हटा दिया गया है। यानी उनके ट्विटर अकाउंट पर अब ब्लू टिक लगा हुआ नहीं है, लेकिन वे अभी भी ट्विटर पर हैं। 

पिछले सप्ताह हुए कैबिनेट फेरबदल में राजीव चंद्रशेखर को इस मंत्रालय का राज्य मंत्री बनाया गया। 

twitter india removes verified badge of rajeev chandrashekhar - Satya Hindi

ट्विटर इंडिया या ख़ुद राजीव चंद्रशेखर ने इस पर अब तक कोई टिप्पणी नहीं की है। 

विशेषज्ञों का कहना है कि उन्होंने अपने अकाउंट पर नाम 'राजीव एमपी' से बदल कर 'राजीव जीओआई' कर लिया है, इस कारण ऐसा हुआ है। 

रविशंकर प्रसाद को किया था ब्लॉक

बता दें कि कुछ दिन पहले तत्कालीन सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री रविशंकर प्रसाद को ट्विटर ने थोड़ी देर के लिए ब्लॉक कर दिया था और इस पर काफी विवाद हुआ था। 

प्रसाद ने 25 जून को इसकी जानकारी कू ऐप के जरिये दी थी। प्रसाद ने इसका स्क्रीनशॉट भी शेयर किया था। केंद्र सरकार के नए डिजिटल नियमों को मानने में आनाकानी करने के कारण सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म ट्विटर की भारत सरकार से रार चल रही थी। 

प्रसाद ने कहा था कि ट्विटर ने इसके पीछे कारण यह बताया कि डिजिटल मिलेनियम कॉपीराइट एक्ट का उल्लंघन हुआ है और एक घंटे बाद उन्होंने मुझे मेरे अकाउंट को इस्तेमाल करने की इजाजत दे दी। 

ख़ास ख़बरें

क्या कहा था रवि शंकर प्रसाद ने?

बीजेपी के इस बड़े नेता ने कहा था कि 'ऐसा लगता है कि ट्विटर की मनमानी और मनमानी कार्रवाइयों के ख़िलाफ़ दिए गए उनके बयानों को लेकर यह कार्रवाई की गई है।' उन्होंने पूछा था कि 'आख़िर ट्विटर क्यों भारत सरकार द्वारा बनाए गए नए डिजिटल नियमों को मानने से इनकार कर रहा है।' 

प्रसाद ने कहा था कि बीते कई सालों में किसी भी टेलीविजन चैनल या किसी एंकर ने उनके इंटरव्यू की सोशल मीडिया पर शेयर की गई न्यूज़ क्लिप को लेकर कॉपीराइट के नियमों के उल्लंघन की कोई शिकायत नहीं की है। 

शशि थरूर को भी किया था ब्लॉक!

इसके अलावा कांग्रेस नेता व आईटी पर संसदीय समिति के अध्यक्ष शशि थरूर ने कहा था कि उनका भी ट्विटर अकाउंट एक बार ब्लॉक कर दिया गया था। उन्होंने रविशंकर प्रसाद को संबोधित करते हुए अपने साथ हुए ऐसे ही एक वाकये को साझा किया है। उन्होंने इस मामले में एक के बाद एक कई ट्वीट किये। उन्होंने एक ट्वीट में लिखा, 'रविजी, मेरे साथ भी ऐसा ही हुआ था। स्पष्ट रूप से डीएमसीए हाइपर एक्टिव (हद से ज़्यादा सक्रिय) हो रहा है। इस ट्वीट को ट्विटर द्वारा हटा दिया गया है क्योंकि इसके वीडियो में कॉपीराइट वाला बोनी एम का 'रासपुतिन' गाना शामिल था- https://twitter.com/ShashiTharoor/status/1380746375567003649 #DanceIsNotJihad

ट्विटर-सरकार रार!

बता दें कि नए आईटी क़ानून को लागू करने के लेकर ट्विटर इंडिया और भारत सरकार में ठनी हुई थी। रविशंकर प्रसाद ने कहा था कि ट्विटर को नए डिजिटल या सोशल मीडिया नियमों के पालन करने के कई मौक़े दिए गए लेकिन उसने जानबूझकर सरकार की बात नहीं मानी।

सत्य हिन्दी ऐप डाउनलोड करें

गोदी मीडिया और विशाल कारपोरेट मीडिया के मुक़ाबले स्वतंत्र पत्रकारिता का साथ दीजिए और उसकी ताक़त बनिए। 'सत्य हिन्दी' की सदस्यता योजना में आपका आर्थिक योगदान ऐसे नाज़ुक समय में स्वतंत्र पत्रकारिता को बहुत मज़बूती देगा। याद रखिए, लोकतंत्र तभी बचेगा, जब सच बचेगा।

नीचे दी गयी विभिन्न सदस्यता योजनाओं में से अपना चुनाव कीजिए। सभी प्रकार की सदस्यता की अवधि एक वर्ष है। सदस्यता का चुनाव करने से पहले कृपया नीचे दिये गये सदस्यता योजना के विवरण और Membership Rules & NormsCancellation & Refund Policy को ध्यान से पढ़ें। आपका भुगतान प्राप्त होने की GST Invoice और सदस्यता-पत्र हम आपको ईमेल से ही भेजेंगे। कृपया अपना नाम व ईमेल सही तरीक़े से लिखें।
सत्य अनुयायी के रूप में आप पाएंगे:
  1. सदस्यता-पत्र
  2. विशेष न्यूज़लेटर: 'सत्य हिन्दी' की चुनिंदा विशेष कवरेज की जानकारी आपको पहले से मिल जायगी। आपकी ईमेल पर समय-समय पर आपको हमारा विशेष न्यूज़लेटर भेजा जायगा, जिसमें 'सत्य हिन्दी' की विशेष कवरेज की जानकारी आपको दी जायेगी, ताकि हमारी कोई ख़ास पेशकश आपसे छूट न जाय।
  3. 'सत्य हिन्दी' के 3 webinars में भाग लेने का मुफ़्त निमंत्रण। सदस्यता तिथि से 90 दिनों के भीतर आप अपनी पसन्द के किसी 3 webinar में भाग लेने के लिए प्राथमिकता से अपना स्थान आरक्षित करा सकेंगे। 'सत्य हिन्दी' सदस्यों को आवंटन के बाद रिक्त बच गये स्थानों के लिए सामान्य पंजीकरण खोला जायगा। *कृपया ध्यान रखें कि वेबिनार के स्थान सीमित हैं और पंजीकरण के बाद यदि किसी कारण से आप वेबिनार में भाग नहीं ले पाये, तो हम उसके एवज़ में आपको अतिरिक्त अवसर नहीं दे पायेंगे।
क़मर वहीद नक़वी
सर्वाधिक पढ़ी गयी खबरें

अपनी राय बतायें

देश से और खबरें

ताज़ा ख़बरें

सर्वाधिक पढ़ी गयी खबरें