क्या बीस साल बाद एक बार फिर से किसी सरकार की वापसी होगी? क्या योगी आदित्यनाथ बीजेपी के पिछले रिकॉर्ड को दोहराएंगे? ऐसे बहुत से सवालों के साथ यूपी के विधानसभा के दो आखिरी चरणों में वोट डाले जाएंगे। इन दो चरणों में 111 सीटों पर वोट डाले जाने है। 2017 में बीजपी ने 75 सीटें हासिल की थी । इन चरणों में जातीय आधारित राजनीतिक दलों की मौजूदगी भी दिखाई दी थी।

ये दो चरण यह भी तय करेंगे कि क्या अखिलेश यादव का सामाजिक समीकरणों को साधने का प्रयोग सफल होगा? क्या छोटे छोटे राजनीतिक दलों से समाजवादी पार्टी का गठबंधन उनको सीटों की बड़ी तादाद दे पाएगा? या बीजेपी अपने पुराने राजनीतिक समीकरणों के साथ लौट रही है?