कोरोना महामारी और इससे एक लाख से ज़्यादा मौत के कारण पहले से ही जूझ रहे अमेरिका के सामने एक नयी मुश्किल आन पड़ी है। अब वहाँ नस्लीय भेदभाव से मौत के बाद विद्रोह की वजह से संकट और गहरा गया है।
नस्लीय भेदभाव के वायरस से क्या कभी मुक्त हो पाएगा अमेरिका?
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- 3 Jun, 2020

कोरोना महामारी और इससे एक लाख से ज़्यादा मौत के कारण पहले से ही जूझ रहे अमेरिका के सामने एक नयी मुश्किल आन पड़ी है। अब वहाँ नस्लीय भेदभाव से मौत के बाद विद्रोह की वजह से संकट और गहरा गया है।
बेहतर ज़िंदगी की तलाश में टेक्सास से मिनिपोलिस आये एक अश्वेत अमेरिकी नागरिक जॉर्ज फ्लॉयड को नकली डॉलर चलाने के आरोप में पकड़ा गया था। एक राह चलते व्यक्ति द्वारा बनाए गए नौ मिनट के वीडियो में दिख रहा है कि मिनिपोलिस के एक पुलिसकर्मी डरेक चाउवीन ने जॉर्ज फ्लॉयड की गर्दन को अपने घुटनों से दबाया हुआ है और जॉर्ज फ्लॉयड पुलिस कर्मियों से कह रहे हैं कि उन्हें साँस लेने में कठिनाई हो रही है। इस दौरान अचेत हुए फ्लॉयड की बाद में मौत की पुष्टि हो जाती है। पुलिस हिरासत में हुई इस मौत का विरोध पूरे अमेरिका में फैल गया है और अब इस विरोध ने हिंसक रूप ले लिया है।