जरनैल सिंह भिंडरावाले को ख़त्म करने के लिये गोल्डन टेंपल पर आपरेशन ब्लू स्टार किया गया । भिंडरावाले को किसने खड़ा किया ? 1984 के कत्लेआम के बाद सिक्खों को इंसाफ़ क्यों नहीं मिला ? मशहूर वकील एच एस फुल्का से आशुतोष ने की बातचीत ।
जब इतिहास यह सवाल पूछेगा कि इन चुनावों की कितनी क़ीमत लोगों ने अपनी जान देकर चुकाई है, तो शायद इन लोगों के पास कोई जवाब नहीं होगा। जब इतिहास यह सवाल पूछेगा कि कुंभ में स्नान करने से कितनों की जान गयी तो कोई जवाब नहीं होगा?
पिछले दिनों जब कोरोना के मसले पर कई हाई कोर्टो ने सरकारों को फटकारा और फिर अचानक सुप्रीम कोर्ट ने कोरोना मामले का स्वतः संज्ञान लिया तो सवाल खड़ा हो गया कि क्या ऐसा सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र सरकार को बचाने के लिये किया? सुप्रीम कोर्ट और मुख्य न्यायाधीश की भूमिका पर वरिष्ठ पत्रकार आशुतोष ने मशहूर वकील प्रशांत भूषण से बात की।
पिछले साल जब जनवरी फ़रवरी में कोरोना आया था, तभी से विशेषज्ञ कह रहे थे कि कोरोना की दूसरी लहर आएगी। दूसरी लहर पहले से अधिक ख़तरनाक होगी। दूसरी के बाद तीसरी और चौथी लहर भी आएगी। लेकिन क्या तैयारी हुई?
बंगाल के विधानसभा चुनाव ने एक बार फिर कई सवाल खड़े कर दिये हैं। जिस तरह हिंदू-मुसलमान में बँटवारा किया जा रहा है, मुसलमानों को पराया बनाने की कोशिश की जा रही है, क्या वह देश हित में है?
जो दो घटनाएं पश्चिम बंगाल चुनाव की दशा-दिशा तय करेंगी, वे हैं- राजनीतिक मंच से ममता बनर्जी का चंडी पाठ करना और पैर पर प्लास्टिक चढाए हुए व्हील चेयर पर चुनाव प्रचार करना।
क्या इसका मतलब यह है कि केजरीवाल ने मोदी से कुछ पैंतरे उधार लिए हैं और दक्षिणपंथी हो गए हैं? क्या इसका यह मतलब भी है कि यह केजरीवाल का वह पहलू है जिसे अब तक एक बड़े वर्ग ने देखा नहीं था और जो आरएसएस जैसा ही है?
सरकार ने एक ऐसी फ़ौज खड़ी कर दी है जो सोशल मीडिया और टीवी चैनलों पर विरोधियों पर टिड्डी दल की तरह धावा बोलती है और सामने वाले की छवि को पलक झपकते ही तार-तार कर देती है।
दिल्ली के अलग अलग बॉर्डर पर चल रहे किसान आंदोलन पर चर्चा। सिंघु बॉर्डर पर किसने कराया बवाल? पश्चिमी उत्तर प्रदेश में कैसे मजबूत हुआ आंदोलन? देखिए वरिष्ठ पत्रकारों की चर्चा। Satya Hindi
आधुनिक भारत क्या कर सकता है, इसकी एक बानगी ब्रिसबेन के गाबा मैदान में देखने को मिली जब भारतीय क्रिकेट टीम ने तीन विकेट से ऑस्ट्रेलिया को हरा दिया। और इसके साथ ही भारत ने ऑस्ट्रेलिया को उसकी ही ज़मीन पर 2-1 से हरा दिया।
अमेरिका में वह हो गया जिसकी आशंका लंबे समय से जताई जा रही थी। ट्रंप समर्थकों ने अमेरिकी कांग्रेस पर ही हमला बोल दिया। यह तब हुआ जब संसद जो बाइडन के राष्ट्रपति होने की औपचारिकता पूरी करने के लिये बैठी थी।
कृषि क़ानूनों के पक्षधर क्यों हो गए हैं अचानक से विरोधी? कृषि क़ानूनों को लेकर अपने ही खेल में फंस गई मोदी सरकार? ‘द विजय त्रिवेदी शो’ में देखिए वरिष्ठ पत्रकार विजय त्रिवेदी, आशुतोष और आलोक जोशी की चर्चा! Satya Hindi
2020 साल एक बुरे सपने जैसा था । क्यों ये साल डराता है ? क्या आने वाला साल बेहतर होगा ? या भारत समेत पूरी दुनिया अब पहले जैसी नहीं रहेगी ? जाने माने चिंतक पुरूषोत्तम अग्रवाल से आशुतोष की बातचीत ।