चुनाव नतीजों में बीजेपी को 32 सीटें मिली हैं, जबकि एनपीपी को 7, एनपीएफ को 5, कांग्रेस को 5, जेडीयू को 6, कुकी पीपल्स अलायंस को 2 और निर्दलीय उम्मीदवारों को 3 सीटों पर कामयाबी हासिल हुई है।
गोवा के बारे में कुछ भी नहीं कहा जा सकता। वहां सबसे बड़ी पार्टी सरकार नहीं बना पाती और कम सीटों वाली पार्टी सरकार बना लेती है। फिलहाल वहां बीजेपी जीत की ओर है। उससे सबसे ज्यादा सीटें मिल सकती हैं। अंतिम नतीजा आने तक गोवा पर संशय बरकरार रहेगा।
विधानसभा चुनाव में बीजेपी को 47 सीटों पर जीत मिली है जबकि कांग्रेस को सिर्फ 19 सीटों पर। बहुजन समाज पार्टी 2 सीटों पर जीती है जबकि 2 सीटों पर निर्दलीय उम्मीदवारों को कामयाबी मिली है।
यूपी विधानसभा चुनाव के लिए वोटों की गिनती जारी है। लेकिन रुझान बता रहे हैं कि बीजेपी राज्य में पूर्ण बहुमत के साथ सरकार बनाने जा रही है।
पंजाब में आम आदमी पार्टी ने बड़ी जीत हासिल की है। अब यह साफ़ हो गया है कि पंजाब में सरकार बनाएगी। जानिए, कैसे रहे नतीजे।
चुनाव आयोग ने वाराणसी में ईवीएम पकड़े जाने की घटना के सिलसिले में वाराणसी के एडीएम एन के सिंह को निलंबित कर दिया है। ये वही चुनाव आयोग है जो आज सुबह तक वाराणसी की घटना पर लीपापोती कर रहा था।
कांग्रेस इस बात पर नजर रख रही है कि बीजेपी उसके विधायकों में किसी तरह की तोड़फोड़ ना कर सके। इसलिए वह विधायकों को चुनाव नतीजे आने के तुरंत बाद राजस्थान शिफ्ट करने की तैयारी में है।
चुनाव आयोग के आदेश पर सोनभद्र के एसडीएम को हटाया गया। एसडीएम पर चुनावी हेराफेरी की शिकायतें चुनाव आयोग से की गई थी।
इससे पहले आए तमाम एग्जिट पोल में भी उत्तर प्रदेश में बीजेपी की वापसी की बात कही गई है जबकि पंजाब में आम आदमी पार्टी की सरकार बनने का दावा किया गया है।
वाराणसी के कमिश्नर दीपक अग्रवाल ने स्वीकार किया है कि ईवीएम के मूवमेंट में प्रोटोकॉल टूटा था। लेकिन चुनाव आयोग ने इस बयान का न तो संज्ञान लिया और न ही कार्रवाई की। चुनाव आयोग यह साबित करने में जुटा है कि यूपी में चुनाव निष्पक्ष हुए हैं।
चुनावी घमासान के बाद वक्त अब नतीजों का है। देखना होगा कि उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, मणिपुर, पंजाब और गोवा में कौन सा राजनीतिक दल सरकार बनाता है। पढ़िए चुनावी रुझान पर लाइव अपडेट।
विधानसभा चुनाव नतीजों के बाद बीजेपी के 'मास्टर स्ट्रोक’ से बचने की तैयारी में कांग्रेस जुटी है, लेकिन क्या वह विधायकों को अपने पाले में बरकरार रख पाएगी?
उत्तर प्रदेश में सातवें चरण की वोटिंग ख़त्म होते ही एग्ज़िट पोल में उत्तर प्रदेश में बीजेपी और उसके सहयोगी दलों के लिए स्पष्ट जीत की भविष्यवाणी की गई है। जानिए, इस जीत के क्या मायने हैं।
पूर्व मुख्यमंत्री और सपा प्रमुख अखिलेश यादव एग्जिट पोल से इत्तेफाक नहीं रखते। उन्होंने कहा है कि समाजवादी पार्टी और उसके सहयोगी दल उत्तर प्रदेश में अगली सरकार बनाएंगे।
70 सीटों वाले उत्तराखंड में अगर किसी भी दल को स्पष्ट बहुमत नहीं मिलता है तो निश्चित रूप से निर्दलीयों या अन्य दलों से जो विधायक जीतेंगे उनका रोल बेहद अहम हो जाएगा।
2017 में सभी एग्जिट पोल गलत साबित हुए थे और कांग्रेस ने सरकार बनाने के लिए जरूरी 59 सीटों से कहीं ज्यादा 77 सीटों पर जीत हासिल की थी।
कई एग्जिट पोल गोवा में किसी भी दल को स्पष्ट बहुमत नहीं दिखा रहे हैं। ऐसी स्थिति में निर्दलीय विधायकों और छोटी पार्टियों के समर्थन की जरूरत होगी और शायद इसीलिए कांग्रेस ने पहले से अपनी तैयारी शुरू कर दी है।
उत्तराखंड में सरकार बनाने के लिए 36 विधायक चाहिए लेकिन कई एग्जिट पोल इस आंकड़े तक पहुंचने के लिए बीजेपी और कांग्रेस के बीच जबरदस्त टक्कर दिखा रहे हैं।
उत्तर प्रदेश में आख़िरी चरण का मतदान ख़त्म होने के साथ ही एग्ज़िट पोल में किसकी सरकार बन सकती है? जानिए, किस एग्ज़िट ने किसे दी कितनी सीटें।
10 मार्च को आने वाले चुनाव नतीजों से पता चलेगा कि किस राज्य में कौन सा दल सरकार बना रहा है। इससे पहले एग्जिट पोल क्या कहते हैं, इस पर नजर डालते हैं।
सातवें व अंतिम चरण के लिए आजमगढ़, मऊ, जौनपुर, गाजीपुर, चंदौली, वाराणसी, मिर्जापुर, भदोही और सोनभद्र जिलों में मतदान हो रहा है।
सातवें चरण की वोटिंग पूर्वांचल के उस इलाक़े में है जहां सपा मज़बूत रही है। बीजेपी के लिए बहुत मुश्किल दौर क्यों? क्या यह दौर तय करेगा कि योगी मुख्यमंत्री बनेंगे या नहीं?
राष्ट्रीय मीडिया के कैमरे अब तक यूक्रेन युद्ध पर तने हुए थे, लेकिन शनिवार को एकाएक ये कैमरे वाराणसी में तन गए। रैलियाँ तो कई पार्टियों की थीं, लेकिन कैमरे एक जगह क्यों टीके रहे?
अंतरराष्ट्रीय बाज़ार में पिछले चार महीने में कच्चे तेल की क़ीमतें जितनी बढ़ी हैं उस लिहाज से डीजल-पेट्रोल के दाम 9-14 रुपये प्रति लीटर बढ़ जाने चाहिए थे। तो चुनाव ख़त्म होने के बाद क्या सरकार इसकी भरपाई करने के लिए दाम बढ़ाएगी?
इस चरण में 54 सीटों पर मतदान होना है। जिन जिलों में मतदान होगा उनमें- आजमगढ़, मऊ, जौनपुर, गाजीपुर, चंदौली, वाराणसी, मिर्जापुर, भदोही और सोनभद्र शामिल हैं।
दूसरे चरण के प्रमुख उम्मीदवारों में पूर्व मुख्यमंत्री ओ इबोबी सिंह और पूर्व उपमुख्यमंत्री गैखंगम गंगमेई शामिल हैं। राज्य में अधिकतर सीटों पर बीजेपी और कांग्रेस के बीच सीधा मुकाबला है।