जिस कर्नाटक में पूर्ववर्ती बीजेपी सरकार के दौरान हिजाब पर प्रतिबंध लगाने का विवादास्पद फैसला लिया गया था, उसको क्या कांग्रेस सरकार पलटेगी? जानिए, मुख्यमंत्री ने क्या कहा।
कर्नाटक में बीजेपी सरकार ने शिक्षण संस्थानों में हिजाब पर जो प्रतिबंध लगाया था क्या वह अब जल्द ही हटेगा? जानिए, मौजूदा कांग्रेस सरकार के मंत्रियों का क्या कहना है।
हिजाब पर रोक के खिलाफ दी गई नई अर्जी को तत्काल सुनवाई के लिए सुप्रीम कोर्ट तैयार हो गया है। चीफ जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ ने सोमवार को कहा कि वो तीन जजों की बेंच गठित करेंगे।
कर्नाटक की शिक्षण संस्थाओं में हिजाब पर रोक लगाने जैसा मामला यूपी के मुराबाद में हुआ है। कॉलेज ने हिजाब पहनकर आने वाली छात्राओं को कॉलेज गेट पर रोक दिया। इस पर काफी हंगामा हुआ, छात्र-छात्राओं ने कॉलेज के खिलाफ प्रदर्शन किया।
सुप्रीम कोर्ट में हिजाब मामले की सुनवाई के दौरान जस्टिस हेमंत गुप्ता ने बुधवार को फिर कई टिप्पणियां की। साथ ही उन्होंने हिजाब के समर्थन में पक्ष रख रहे वकील से कहा कि वो अतार्किक अंत तक इसे न ले जाएं। उसी दौरान जज साहब ने यह सवाल भी पूछ लिया कि क्या पोशाक पहनने के अधिकार (राइट टु ड्रेस) के साथ पोशाक उतारने का भी अधिकार (राइट टु अनड्रेस) है। पढ़िए पूरी रिपोर्ट।
हिजाब मामले में सोमवार को सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई शुरू हुई। अदालत ने कर्नाटक सरकार को नोटिस जारी किया है। मामले की अगली सुनवाई 5 सितंबर को होगी।
हिजाब को लेकर कर्नाटक में खासा विवाद हो चुका है। यह मामला हाई कोर्ट से होता हुआ सुप्रीम कोर्ट तक पहुंचा था। परीक्षा देने से रोकने के बाद क्या फिर यह मामला तूल पकड़ेगा?
कर्नाटक में एक के बाद एक मुसलिमों को लेकर विवाद क्यों हो रहा है? क्यों हिजाब विवाद और धार्मिक उत्सवों में मुसलिम व्यापारियों पर प्रतिबंध के मामले आए? क्या धर्म की राजनीति की जा रही है?
कर्नाटक में क्या मुसलिमों से जुड़ा एक और विवाद खड़ा करने की तैयारी है? जानिए हिजाब विवाद और धार्मिक मेलों में मुसलिम व्यापारियों पर प्रतिबंध के बाद मदरसों को लेकर बीजेपी विधायक ने क्या कहा।
कर्नाटक के शिक्षा मंत्री बीसी नागेश ने कहा कि परीक्षा के दौरान गैरहाजिर रहने के पीछे चाहे जो भी वजह रही हो लेकिन सरकार फिर से परीक्षा नहीं कराएगी।
छात्राओं से कर्नाटक हाई कोर्ट के फैसले का पालन करने को कहा गया लेकिन उन्होंने ऐसा करने से इनकार कर दिया और परीक्षा हॉल के बाहर निकल गईं।
हाई कोर्ट ने हिजाब पर बैन को जारी रखते हुए इस मामले में दायर सभी पांच याचिकाओं को खारिज कर दिया है। सुप्रीम कोर्ट इस मामले में क्या फ़ैसला देगा, सभी की नज़रें अब इसी बात पर टिकी हैं।
कर्नाटक हाईकोर्ट ने हिजाब पर अपना फैसला सुना दिया है। लेकिन ये विवाद दरअसल क्या है, कैसे शुरू हुआ। जानिए इस रिपोर्ट से।
कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने कहा है कि शांति और अमन का माहौल बना रहना चाहिए और सभी को अदालत के इस फैसले को स्वीकार करना चाहिए।
लंबे विवाद के बाद कर्नाटक हाई कोर्ट ने हिजाब विवाद के मामले में अपना फ़ैसला सुना दिया है। अदालत ने इस मामले में दायर सभी याचिकाओं को खारिज कर दिया।
कर्नाटक के सरकारी कॉलेज ने चालाकी दिखाते हुए हिजाब वाली छात्राओं को एंट्री तो दी लेकिन क्लास में नहीं जाने दिया। उधर दलित छात्रों ने नीला दुपट्टा पहनकर हिजाब वाली छात्राओं के समर्थन में प्रदर्शन किया। कर्नाटक हाई कोर्ट कल मामले की सुनवाई करेगा। जानिए पूरी खबर।
आखिरकार कर्नाटक की बीजेपी सरकार ने शनिवार को सरकारी कॉलेजों में ड्रेस कोड लागू करने का आदेश जारी कर दिया। अब सरकारी कॉलेजों में छात्राएं हिजाब या भगवा स्कार्फ पहनकर नहीं आ सकतीं। जानिए पूरी बात।
कर्नाटक में हिजाब बनाम भगवा विवाद बढ़ता जा रहा है। हिजाब के समर्थन में चल रहे प्रदर्शन के खिलाफ भगवा स्कार्फ पहने कुछ छात्राएं आज स्कूल और कॉलेजों के गेट तक पहुंचीं लेकिन पुलिस ने उन्हें रोक दिया। पढ़िए पूरी रिपोर्ट।
हिजाब के समर्थन में कई शहरों में प्रदर्शन शुरू हो गए हैं। जगह-जगह छात्राएं और उनके अभिभावक धरने पर बैठ गए हैं। कुछ जगह रैली कर प्रदर्शन भी किया गया। हिजाब मामले में हाई कोर्ट में अगले हफ्ते सुनवाई है। लेकिन कर्नाटक सरकार राज्य के सभी कॉलेजों के लिए ड्रेस कोड बनाने जा रही है। पढ़िए पूरी रिपोर्ट।
कर्नाटक के कुछ स्कूलों में हिजाब को लेकर चल रहे विवाद के बीच राहुल गांधी ने कहा है कि मां सरस्वती हम सभी को ज्ञान दे और वह कोई भेदभाव नहीं करती।
कर्नाटक के उडुपी से शुरू हुए कॉलेज में मुसलिम छात्रों के हिजाब पहनने पर प्रतिबंध और फिर विरोध-प्रदर्शन फैलता जा रहा है। जानिए, दूसरे कॉलेज में भी ऐसा प्रतिबंध लगा तो छात्राओं ने अपने अधिकार को लेकर कैसे प्रदर्शन किए।
कर्नाटक के कुछ और कॉलेजों में हिजाब पहनकर आने वाली मुस्लिम छात्राओं को रोक दिया गया है। यह मामला तूल पकड़ता जा रहा है।
कर्नाटक में धार्मिक ध्रुवीकरण के लिए अल्पसंख्यक विरोधी घटनाएं बढ़ती जा रही हैं। उड्डुपी के एक सरकारी कॉलेज में हिजाब पहनकर आने वाली छात्राओं की एंट्री रोक दी गई। छात्राओं से कहा गया कि वे न तो हिजाब पहनें, न उर्दू बोलें और न एक दूसरे को सलाम करें।