फिर छत्तीसगढ़ से सीआरपीएफ़ के जवानों के मारे जाने की ख़बर आ रही है। लिखते वक़्त 22 जवानों की मौत का पता चला है। संख्या बढ़ सकती है। ये सब माओवादी विरोधी अभियान में हिस्सा ले रहे थे। एक ही पखवाड़े में यह दूसरा बड़ा नुक़सान है जो भारतीय सुरक्षा कर्मियों को झेलना पड़ा है। पिछले महीने एक लैंड माइन विस्फोट के चलते जवानों से भरी बस पलट गई थी और 5 जवानों की मृत्यु हो गई थी।