अलीगढ़ के पास टप्पल इलाक़े में ढाई साल की मासूम ट्विंकल की हत्या के बाद सिर्फ़ अलीगढ़ ही नहीं, देश के कोने-कोने से बच्ची के लिए इंसाफ़ की माँग की जा रही है। हत्या पर अफ़सोस, शर्म और नाराज़गी का इजहार किया जा रहा है।
ढाई साल की बच्ची को आपसी रंजिश के चलते ही क्यों नहीं, मार डालना परले दर्जे की विकृति है और उसका कोई मनोवैज्ञानिक औचित्य नहीं दिया जा सकता। यह तथ्य कि अभियुक्त पहले से ही ऐसा था, मारी गई बच्ची के परिजनों को कोई राहत नहीं पहुँचाता। ढाई साल की बच्ची की हत्या इसलिए भी अधिक क्रूर है क्योंकि वह बच्ची किसी भी तरह अपनी रक्षा नहीं कर सकती थी। शायद ट्विंकल बच जाती अगर पुलिस ने पहले ही परिवार की गुहार सुन ली होती। इसलिए ज़िम्मेवार पुलिसकर्मियों को सज़ा होनी भी ज़रूरी है।