हाल तक डिफॉल्ट के कगार पर पहुँच चुकी पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था क्या भारत से किसी तरह का झटका सह पाएगी? अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष यानी आईएमएफ़ से मिले अरबों डॉलर के कर्ज और हाल के आर्थिक सुधारों के बाद पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था 2022 में डिफॉल्ट के कगार से उबर रही थी, लेकिन यह अब एक नए संकट का सामना कर रही है। भारत के साथ तनाव चरम पर पहुँच गया है। भारत ने सिंधु जल समझौता स्थगित कर दिया है जिससे कृषि के पड़े पैमाने पर प्रभावित होने की संभावना है और पाकिस्तान ने भारत के लिए एयरस्पेस बंद कर खुद का भी बड़ा नुक़सान कर लिया है। मौजूदा तनाव के बीच पाकिस्तान का शेयर बाज़ार बुधवार को धड़ाम गिरा है। तो क्या पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था के लिए यह बड़े संकट की चेतावनी है?
दरअसल, भारत के हालिया राजनयिक और आर्थिक क़दमों ने पाकिस्तान की स्थिति को और नाजुक कर दिया है। कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत ने द्विपक्षीय व्यापार रोकने, पाकिस्तानी अधिकारियों को निष्कासित करने, सार्क वीजा छूट योजना रद्द करने और सिंधु जल संधि को निलंबित करने जैसे कड़े क़दम उठाए हैं। इन फ़ैसलों का पाकिस्तान की पहले से कमजोर अर्थव्यवस्था पर गहरा असर पड़ने की संभावना है।