कमलनाथ सरकार के आंगनबाड़ियों में अंडा परोसने के फ़ैसले के ख़िलाफ़ बीजेपी ने मोर्चा खोल दिया है।
मध्य प्रदेश में गायों के साथ अजीब क्रूरता की गई। छोटे-छोटे दो कमरों में गायों को बंद कर दिया गया। न खान और न पानी। गायें तड़पती रहीं। कई दिनों तक भूखा-प्यासा रही गीयें आख़िरकार तड़प-तड़पकर मर गईं।
मध्य प्रदेश में एक सहायक आबकारी आयुक्त 100 करोड़ रुपये से ज़्यादा का आसामी निकला। छापेमारी में मिली अकूत काली कमाई देखकर छापामार दस्ते वाले हैरान रह गये।
क्या कभी ऐसा हो सकता है कि नेता तो कांग्रेस का हो और बीजेपी स्वागत के पोस्टर लगवाए? कमलनाथ सरकार पर लगातार निशाना साधते रहे ज्योतिरादित्य सिंधिया के मामले में ऐसा ही दिखा है।
मध्य प्रदेश की राजनीति में नया और दिलचस्प मोड़ आ गया है। पूर्व मुख्य मंत्री उमा भारती के भतीजे के ख़िलाफ़ ग़ैर इरादतन हत्या का मामाल दर्ज किया गया है।
मध्य प्रदेश के बहुचर्चित हनी ट्रैप कांड को लेकर हाई कोर्ट की इंदौर खंडपीठ ने कमलनाथ सरकार की जमकर ‘क्लास’ ली है।
हनी ट्रैप गैंग से बरामद अश्लील वीडियो के जखीरे में मध्य प्रदेश के एक पूर्व सांसद के 30 वीडियो मिले हैं। इससे परेशान होकर सांसद ने ख़ुदकुशी की कोशिश तक की थी।
गैंग से मिले चार हज़ार से ज़्यादा वीडियो और ऑडियो रिकार्डिंग में एक केंद्रीय मंत्री के बेटे के भी कुछ वीडियो सामने आये हैं।
कमलनाथ सरकार को क्या स्थानीय निकायों को लेकर राजीव गाँधी के सपने की फ़िक्र नहीं है? इसने यह फ़ैसला क्यों लिया कि महापौर और नगर निगम अध्यक्ष को जनता सीधे अपने वोट के ज़रिए नहीं चुनेगी?
महाराष्ट्र कांग्रेस के एक बड़े नेता ने इंदौर पहुंचकर हनी ट्रैप के आरोप में सीखचों के पीछे क़ैद पूरे गोरखधंधे की मास्टर माइंड युवती से मुलाक़ात करने की कोशिश की है।
मध्य प्रदेश में पेट्रोल 81.60 रुपये प्रति लीटर है वहीं दूसरे राज्यों में क़रीब 11 रुपये तक कम क्यों हैं? पेट्रोल-डीज़ल जीएसटी यानी माल एवं सेवा कर के दायरे में क्यों नहीं है?
बरामद वीडियोज से मध्य प्रदेश के राजनीतिक और प्रशासनिक हलकों में हड़कंप मचा हुआ है। यह गिरोह राजनेताओं और अफ़सरों को अपने जाल में फंसाकर ब्लैकमेल किया करता था।
कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह का मंदिरों में प्रवेश प्रतिबंधित किये जाने की ‘माँग’ उठी है। ऐसी माँग वाले पोस्टर भोपाल में कई जगहों पर नज़र आये। यूपी पुलिस ने दिग्जिवय सिंह के ख़िलाफ़ मामला दर्ज किया है।
तारिगामी: कश्मीरी एक धीमी मौत मर रहे हैं। विदेश मंत्री: पीओके एक दिन होगा भारत का हिस्सा। मायावती: कांग्रेस धोखेबाज़ और ग़ैर-भरोसेमन्द पार्टी। सत्य हिंदी
एमपी में जब से सरकार बनी है और कमलनाथ मुख्यमंत्री बने हैं, उसके बाद से मुख्यमंत्री के लगातार ख़राब दिन चल रहे हैं।
भोपाल में लोग डूब रहे थे और बचाव के लिए गई नावें वीडियो बनवाने में लगी रहीं। गोताखोरों को मीडिया के लिए अच्छी फ़ुटेज देने के काम में लगा दिया गया। क्या मर गई इंसानियत?
सरदार सरोवर बांध को लेकर गुजरात की ‘हठ’ ने मध्य प्रदेश के 30 हज़ार परिवारों के लोगों की जान को संकट में डाल दिया है। गुजरात सरकार बांध को लबालब भरने पर आमादा है। मध्य प्रदेश के 70 से ज़्यादा गाँव जलमग्न हैं।
कमलनाथ सरकार बेसहारा और दोहन के बाद मालिक द्वारा छोड़ दी जाने वाली गायों की बेहतर देखभाल के लिए अब गायों को गोद देने वाली है।
मध्य प्रदेश के गवर्नर लालजी टंडन की नाराज़गी दो छोटे अफ़सरों पर भारी पड़ गई। खफ़ा राज्यपाल को ‘शांत’ करने के लिए मुख्यमंत्री कमलनाथ ने इन अधिकारियों को सस्पेंड कर दिया।
सोनिया गाँधी ने सूबे के नेताओं को दो टूक चेतावनी दी है कि अपनी ही सरकार को अस्थिर और बदनाम करने वाली बयानबाज़ी से बाज़ आयें।
मध्य प्रदेश की आठ महीने पुरानी कांग्रेस सरकार और उसके मुख्यमंत्री कमलनाथ को पार्टी के नेताओं ने ‘गहरे संकट’ में डाल रखा है।
मालेगांव बम धमाकों की आरोपी और बीजेपी सांसद साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर अल्टीमेटम के बावजूद पार्टी को ‘संकट’ में डालने वाले बयानों से बाज़ नहीं आ रही हैं।
भारत और पाकिस्तान में बढ़े तनाव के बीच टेरर फ़ंडिंग को लेकर सतना शहर में पकड़े गए एक ‘मॉड्यूल’ ने मध्य प्रदेश पुलिस के होश फाख्ता कर दिए हैं। मॉड्यूल के तार आईएसआई से जुड़े होने के पुख्ता सबूत मिले हैं।
चुनाव से पहले दोषियों को सज़ा दिलाने की बात कहने वाले कमलनाथ की सरकार क्या कर रही है? मध्य प्रदेश व्यापमं महाघोटाले के आरोपी पूर्व मंत्री लक्ष्मीकांत शर्मा को भी हाल ही में कोर्ट से ‘क्लीन चिट’ मिल गई है।
मध्य प्रदेश में बीजेपी विधायकों पर राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष जेपी नड्डा का ‘भय’ भी ‘बेअसर’ रहा है। पार्टी की बैठक में कई विधायक नहीं पहुँचे। कमलनाथ एंड कंपनी ने कहीं ‘सर्जिकल स्ट्राइक पार्ट टू’ के लिए ‘स्क्रिप्ट’ तो तैयार नहीं कर ली है?
शाहबानो की रूह उसी तरह से छटपटा रही होगी, जैसी कि जीवित रहते 1985 में सुप्रीम कोर्ट से केस जीत लेने के बाद संसद द्वारा कोर्ट का फ़ैसला पलट दिये जाने से उसके मन पर बीतती रही थी!