सत्ता के गलियारों से लेकर मीडिया की सुर्खियों तक, ज्योति मल्होत्रा की कहानी है एक महत्वाकांक्षा से शुरू होकर रिमांड तक पहुंचने की। जानिए कैसे चकाचौंध ने बदली ज़िंदगी की दिशा।
हरियाणा के हिसार में एक साधारण परिवार से निकली लड़की की महत्वाकांक्षा और चकाचौंध ने उसे जासूसी के आरोप में 5 दिन के पुलिस रिमांड में पंहुचा दिया। ज़िंदगी भर के लिए जो एक ठप्पा लग गया उससे निजात कभी मिल पाएगी, यह गंभीर सवाल है। पिछले कुछ दिनों में पहलगाम घटना और 'ऑपरेशन सिंदूर' के बाद संदेह के आधार पर हरियाणा, पंजाब, उत्तरप्रदेश से गिरफ्तार किये गए 11 लोगों में से ज्योति मल्होत्रा भी एक हैं। 34 वर्षीय महिला को पाकिस्तान के लिए जासूसी करने के आरोप में हरियाणा के विशेष पुलिस दस्ते ने केंद्रीय एजेंसियों की सूचना पर हिसार में उसके घर से गिरफ्तार किया है। ज्योति मल्होत्रा ने विभिन्न स्थानों पर घूमने फिरने के अपने शौक को यूट्यूब ब्लॉगर के रूप में ढाला और इसे अपना प्रोफेशन बना लिया। पाकिस्तान जाने और उसके बाद चीन, बाली व अन्य देशों की यात्रा में किए गए अपने वीडियो ब्लॉगिंग और फोटोग्राफी के कारण वह संदेह के घेरे में आ गयी। ज्योति मल्होत्रा के ट्रेवल ब्लॉग पर लगभग 3 लाख 80 हजार फॉलोअर्स हैं और इंस्टाग्राम पर 1 लाख फॉलोअर्स हैं।
हिसार पुलिस द्वारा दायर की गई एफ़आईआर में ज्योति मल्होत्रा पर आरोप है कि वो पाकिस्तान उच्चायोग के एक कर्मचारी अहसान उर रहीम उर्फ़ दानिश के सम्पर्क में थी जिसने उसकी मदद पाकिस्तान का वीजा दिलवाने में की थी। दानिश पर भारतीय एजेंसियों की गुप्त रिपोर्ट है कि वह आईएसआई के एजेंटों का सहयोगी है। 13 मई को भारत सरकार ने दानिश को जासूसी करने के मामले में देश से निषिद्ध कर दिया है। ज्योति पर पाकिस्तान के आईएसआई के एजेंट के साथ मिलकर भारत के खिलाफ साजिश रचने का आरोप है। ज्योति मल्होत्रा के खिलाफ ऑफिशियल सीक्रेट एक्ट और भारतीय दंड संहिता की धारा 152 के तहत मामला दर्ज किया गया है। केंद्रीय एजेंसी एनआईए, आईबी के अधिकारी और हरियाणा पुलिस के अधिकारी गहन तफ्तीश में जुटे हैं और ज्योति मल्होत्रा से निरंतर लम्बी पूछताछ हो रही है। रिमांड के दौरान उसे अन्य स्थानों पर ले जाया गया है जहाँ उसने वीडियोग्राफी की थी। पुलिस ने उसके फ़ोन, लैपटॉप आदि को जब्त कर लिया है और उसकी फोरेंसिक जाँच की जा रही है।
उसके घर से बरामद कुछ कागजात और एक डायरी की भी पुलिस जाँच कर रही है जिसमें खर्चे के अलावा ज्योति मल्होत्रा ने अपने विचारों को दर्ज कर रखा था। हरियाणा पुलिस के अनुसार अभी तक ज्योति मल्होत्रा के दो बैंक खातों की जानकारी मिली है जिनमें पैसे के लेनदेन की जाँच की जा रही है।
बताया जा रहा है कि ज्योति मल्होत्रा की गतिविधियों और उसके पाकिस्तान जाने को बारे में किसी ने पहले भी सूचना एजेंसियों को दी थी। दानिश की गतिविधियों पर जब एजेंसियों ने गहनता से पड़ताल की तब संदेह ज्योति मल्होत्रा पर गहरा गया। ज्योति 2023 में दो बार पाकिस्तान गई थी लेकिन वो पाकिस्तान में सिख गुरुद्वारा के जत्थे के सदस्य में गई थी। दूसरी बार उसके वीज़ा के निर्धारित दिनों से 11 दिन ज्यादा वो पकिस्तान में रुकी और उसके वीजा को अनुमति दिलवाने में पाकिस्तान के आईएसआई के हैंडलर्स ने मदद की थी। दानिश ने उसे कुछ लोगों से सम्पर्क करवाया जिसमें अली हसन, जो कि पाकिस्तान ख़ुफ़िया एजेंसी से जुड़ा है, का नाम मुख्य तौर पर सामने आया है। उसके साथ ज्योति लगातार सम्पर्क में रही है। राणा शाहबाज और शाकिर से भी दानिश ने उसे मिलवाया था। एक नाम को ज्योति ने छद्म नाम 'जट रंधावा' से अपने फोन में सेव किया जो शक को गहरा करता है। ज्योति मल्होत्रा के पाकिस्तान प्रवास के दौरान एक जनसभा कार्यक्रम में उसके द्वारा पाकिस्तान की नेता और नवाज शरीफ की बेटी मरियम नवाज शरीफ से गुफ्तगू का वीडियो भी बनया गया था जिसे उसने अपने ब्लॉग में सर्वजनिक किया हुआ है।
लेकिन यह एक साधारण यू-ट्यूब ब्लॉगर के लिए आम तौर पर संभव नहीं कि वो पाकिस्तान की इतनी बड़ी नेता का इंटरव्यू यूँ आसानी से कर सके। ज्योति मल्होत्रा पाकिस्तान के कई हैंडलर्स से लगातार अलग-अलग एन्क्रिप्टेड प्लेटफार्म के जरिये चैट करती रही है, यह आरोप भी जाँच एजेंसियों ने लगाया है। इसके अलावा कुछ चैट कोडेड भाषा में किये गए हैं जिनको जाँच एजेंसियाँ अभी खंगालने में लगी हैं। जाँच एजेंसियों से जुड़े सूत्रों के अनुसार ज्योति मल्होत्रा दानिश के लिए काम कर रही थी। दानिश ने उसको कुछ काम सौंपे थे जिनमें ज्योति को अपने ब्लॉग के कंटेंट के द्वारा पाकिस्तान को सकारत्मक रूप से पेश करना पाकिस्तान के बारे में व्याप्त गलत धारणाओं को दूर करना और ऐसा करने के लिए भारत में अन्य ब्लॉगर को भी साथ जोड़ कर एक नेटवर्क बनाना शामिल था। ज्योति मल्होत्रा पर 'ऑपरेशन सिंदूर' के दौरान भारत के कुछ शहरों में हो रही गतिविधियों की जानकारियाँ देने के आरोप की छानबीन भी जाँच एजेंसियाँ कर रही हैं। इसी साल जनवरी में ज्योति पहलगाम भी गयी थी। अभी तक पुलिस और एजेंसियों का मानना है कि दानिश ज्योति को एक मकसद से प्रोपेगंडा टूल की तरह इस्तेमाल कर रहा था। पुलिस सूत्रों ने बताया कि हिरासत में पूछताछ के दौरान ज्योति पूरी तरह आत्मविश्वास में थी और बड़ी समान्य रूप से अपने किये गए कामों का ब्योरा दे रही थी। 22 मई 2025 को ज्योति मल्होत्रा का 5 दिन का रिमांड पूरा हो जाएगा और ज्योति मल्होत्रा को कोर्ट में पेश किया जाएगा।