एक चौंकाने वाला शोध सामने है। 12 साल से एक लकवाग्रस्त शख्स अब स्वाभाविक रूप से फिर से चल सकता है। ऐसा वैज्ञानिकों के एक शोध से संभव हुआ। यह शोध है मस्तिष्क और स्पाइनल कोड प्रत्यारोपण का। इस नए अध्ययन में शोधकर्ताओं ने एक ऐसा उपकरण बनाया है जो लकवाग्रस्त रोगी के मस्तिष्क को पढ़कर यानी उसके इरादों को समझकर उसके शरीर के अंगों को हरकतें करने का संकेत देता है। इससे शख्स शरीर के लकवाग्रस्त हिस्से को भी सामान्य तौर पर हिला-डुला सकता है और काम कर सकता है।