21 साल की दिशा रवि अदालत में रो-रोकर बता रही है कि वह सिर्फ अन्नदाता किसानों से सहानुभूति रखती है। किसान आंदोलन को मदद करना चाहती थी और इसलिए उसने टूल किट की केवल दो पंक्तियां बदली हैं। टूल किट से किसी और तरह का रिश्ता उसका नहीं है। मगर, दिशा रवि पर राजद्रोह का आरोप है। उसकी बातों पर विश्वास करने को न तो अदालत तैयार है न ही जांच एजेंसियां। पुलिस हिरासत में 5 दिन के दौरान दिशा रवि नया क्या कुछ कहती है उस पर दुनिया की नज़र रहेगी।
दिशा रवि की गिरफ़्तारी: किसानों को डराने की कोशिश?
- देश
- |
- |
- 15 Feb, 2021

भारतीय जांच एजेंसियों और दिल्ली पुलिस को सबसे आसान दिशा रवि जैसी छात्रा को गिरफ्तार करना लगता है।
18 वर्षीय ग्रेटा तनबर्ग (थनबर्ग) से उम्र में बड़ी हैं दिशा। जब 2001 में आतंकी भारत के संसद परिसर में हमला कर रहे थे तब ग्रेटा तनबर्ग इस दुनिया में नहीं आयी थी। अलबत्ता दिशा रवि जरूर तब साल भर की रही होंगी। 2021 में लाल किला कांड या कहें किसान आंदोलन के वक्त ग्रेटा-दिशा अपनी ओर दुनिया का ध्यान खींच रही हैं।