कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने हाल ही में अमेरिकी दौरे पर भी जाति जनगणना का मुद्दा उठाया था, लेकिन बीजेपी ने इस विचार को खारिज करने के पीछे एक खास वजह बताई है। बीजेपी ने कहा है कि प्रशासनिक, कानूनी और तकनीकी मुद्दों के कारण राष्ट्रीय जनगणना के दौरान जाति सर्वेक्षण करना मुश्किल हो गया है। राहुल गांधी ने कर्नाटक चुनाव के समय भी इसे मुद्दा बनाया था। बिहार में जेडीयू और आरजेडी भी इसको मुद्दा बनाते रहे हैं। दूसरे विपक्षी दल भी जब तब इस तरह की मांग करते रहे हैं।
बीजेपी जाति जनगणना के पक्ष में क्यों नहीं? जानिए, इसने क्या दलील दी
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- 27 Jun, 2023
कांग्रेस सहित कई विपक्षी दलों द्वारा की जा रही जाति जनगणना की मांग को बीजेपी क्यों खारिज कर रही है? जानिए बीजेपी ने अब क्या दलील दी है।

सामाजिक न्याय की वकालत करती रहीं पार्टियाँ दावा करती रही हैं कि जातियों की संख्या और उनकी स्थिति पता चलने पर नीतियाँ उसी तरह बनाकर उनकी स्थिति में सुधार किया जा सकता है। ये दल अन्य पिछड़े समुदायों के लिए नौकरियों और शिक्षा संस्थानों में आरक्षण की मात्रा वैज्ञानिक रूप से निर्धारित करने के लिए जाति जनगणना की मांग करते रहे हैं। यह विपक्षी दलों का एक प्रमुख चुनावी मुद्दा रहा है।