भारत में सीवर और सेप्टिक टैंक की सफाई के दौरान होने वाली मौतों के मामले में चौंकाने वाला तथ्य सामने आया है। एक हालिया सरकारी सोशल ऑडिट के अनुसार 90% से अधिक मामलों में सीवर सफाई के दौरान मरने वाले श्रमिकों के पास कोई भी सुरक्षा उपकरण या व्यक्तिगत सुरक्षा उपकरण याी पीपीई किट नहीं थे। ऐसा तब है जब क़ानून बनाकर बिना सुरक्षा उपकरणों के सीवर या सेप्टिक टैंक की सफाई को प्रतिबंधित किया गया है।
सीवर सफाई में मरने वाले 90% से अधिक मज़दूर बिना किसी सेफ्टी के थे: सरकारी ऑडिट
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- 23 Jul, 2025
सरकारी ऑडिट रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि सीवर सफाई से जुड़ी 90% से अधिक मौतों में श्रमिकों के पास कोई भी सुरक्षा उपकरण नहीं था।

फाइल फोटो
केंद्र ने मंगलवार को संसद में एक सवाल के जवाब में इस ऑडिट रिपोर्ट को सार्वजनिक किया। इस ऑडिट को केंद्रीय सामाजिक न्याय मंत्रालय ने सितंबर 2023 में शुरू किया था। ऑडिट में 2022 और 2023 में 17 जिलों के आठ राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में हुई 54 मौतों की परिस्थितियों का विश्लेषण किया गया। ऑडिट में पाया गया कि 54 में से 49 मामलों में मृत श्रमिकों के पास कोई भी सुरक्षा उपकरण नहीं था। पांच मामलों में श्रमिकों के पास केवल दस्ताने थे और एक मामले में दस्ताने के साथ-साथ गमबूट भी थे।