कर्नाटक में एक मामूली सब्जी बेचने वाले को 29 लाख रुपये का जीएसटी नोटिस मिलने से हड़कंप मच गया है। यह मामला यूपीआई (UPI) लेनदेन पर आधारित जीएसटी नोटिसों के कारण चर्चा में है। इन नोटिसों ने छोटे व्यापारियों में डर और आक्रोश पैदा कर दिया है और वे इसके ख़िलाफ़ विरोध-प्रदर्शन कर रहे हैं। इस बीच, भारतीय स्टेट बैंक यानी एसबीआई की एक हालिया रिसर्च रिपोर्ट ने चेतावनी दी है कि यूपीआई लेनदेन पर आधारित सख़्त जीएसटी कार्रवाई छोटे व्यापारियों को वापस नकद अर्थव्यवस्था की ओर धकेल सकता है। यह घटना डिजिटल इंडिया के तहत कैशलेस अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देने के सरकार के मक़सद के लिए चुनौती बन रही है।