सिक्योरिटी हेल्पर यानी सुरक्षा सहायक के तौर रूसी सेना में काम करने वाले भारतीयों को लेकर चिंताओं और रिपोर्टों पर भारत के विदेश मंत्रालय की ओर से बयान जारी किया गया है। विदेश मंत्रालय ने सोमवार को उन मीडिया रिपोर्टों को खारिज कर दिया जिनमें दावा किया गया था कि रूसी सेना में काम कर रहे भारतीय छोड़े जाने के लिए मदद मांग रहे हैं। इसने कहा है कि प्रत्येक मामले को रूसी अधिकारियों के साथ दृढ़ता से उठाया गया है। विदेश मंत्रालय का यह बयान तब आया है जब एक दिन पहले ही ख़बर आई है कि सिक्योरिटी हेल्पर के तौर रूसी सेना में काम करने वाले गुजरात के एक युवक की युद्ध क्षेत्र में मौत हो गई।