जबसे ग़ैर-कांग्रेसी सरकार आई है तब से लगभग रोज़ कोई न कोई नया फ़ैसला आ रहा है। हर फ़ैसले के साथ नई आशाएँ, नई अपेक्षाएँ। इस ग़ैर-कांग्रेसी सरकार को हम कुछ भी कहें और उसके फ़ैसलों का अच्छा-बुरा विश्लेषण करते रहें पर यह सच है कि सरकार कुछ न कुछ करती ज़रूर रहती है।