नागरिकता क़ानून के ख़िलाफ़ शाहीन बाग़ में 15 दिसंबर से महिलाओं के नेतृत्व में प्रदर्शन शुरू हुआ। अब ऐसा ही प्रदर्शन देश भर में फैलता जा रहा है। दुनिया के मीडिया की नज़र शाहीन बाग़ पर है। इस बीच सरकार के लिए परेशानी का सबब बन चुके ‘शाहीन बाग़’ के बारे में 16 जनवरी को अचानक सोशल मीडिया पर एक हैशटैग तैरने लगा। ‘#बिकाऊऔरते_शहीनबागकी’। बहुत दुखद आश्चर्य हुआ।