भारत जोड़ो यात्रा बुधवार को आरएलडी के मुखिया जयंत चौधरी के गृह जिले बागपत में थी। आरएलडी के नेताओं का कहना है कि जयंत चौधरी ने ही उन्हें निर्देश दिया था कि वे इस यात्रा में शामिल हों।
राममंदिर के मुख्य पुजारी क्यों कर रहे हैं राहुल की तारीफ ? राममंदिर ट्रस्ट के सचिव चंपत राय क्यों कर रहे हैं राहुल की प्रशंसा ? क्यों हनुमान गढ़ी के महंत राहुल को दे रहे हैं आशिर्वाद? क्या ये बीजेपी के लिये कोई संदेश है या फिर राहुल और कांग्रेस की छवि बदल रही है?
राहुल गांधी की यात्रा को अयोध्या में राम मंदिर के मुख्य पुजारी सत्येंद्र दास के साथ मंदिर ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने भी अपना समर्थन दिया है. और संघ का नजरिया भी रखा है. इसका क्या अर्थ है समझेंगे आज की जनादेश चर्चा में.
भारत जोड़ो यात्रा की तारीफ क्यों कर रहे हैं हिंदुत्ववादी? क्यों रामजन्मभूमि मंदिर के मुख्य पुजारी और राम मंदिर निर्माण के लिए बनाए गए ट्रस्ट के महासचिव राहुल गांधी की यात्रा की तारीफ कर रहे हैं? क्या इस तारीफ में कुछ छिपा हुआ है?
2023 में कैसे चलेगी देश की राजनीति? मोदी की बीजेपी का बड़ा संदेश क्या है? राहुल की यात्रा से क्या हासिल करेगी कॉंग्रेस? अरविंद केजरीवाल और ममता बनर्जी पर क्यों रहनी चाहिए सबकी नज़र? आलोक जोशी के साथ प्रोफेसर अभय दुबे का पैना विश्लेषण।
राहुल गांधी की यात्रा आज दिल्ली से उत्तर प्रदेश की तरफ चल पड़ी है. पर यह यूपी को छूते हुए निकल रही है. वह यूपी जहां कांग्रेस सबसे ज्यादा कमजोर है. आज की जनादेश चर्चा
भारत जोड़ो यात्रा के लोनी बॉर्डर पर आज 3 जनवरी को पहुंचने पर प्रियंका गांधी वाड्रा ने ऐसा भाषण दिया है, जो लोगों के दिलो-दिमाग पर बहुत समय तक छाया रहेगा। पढ़िए पूरी रिपोर्टः
आचार्य सत्येंद्र दास ने पत्र में राहुल गांधी को संबोधित करते हुए लिखा है कि आप स्वस्थ रहें और दीर्घायु हों, आप देश के हित में जो भी कार्य कर रहे हैं, वही वास्तव में सर्वजन सुखाय और सर्वजन हिताय है।
राहुल गांधी ने कहा है कि भारत जोड़ो यात्रा से उन्हें काफी कुछ सीखने को मिला है। उन्होंने कहा कि अगर विपक्षी दल एकजुट हुए तो बीजेपी के लिए 2024 का लोकसभा चुनाव जीतना बेहद मुश्किल होगा।
पीएम पद के उम्मीदवार के लिए विपक्ष की तरफ राहुल गांधी के नाम पर सहमति बनाने का प्रयास शुरू होता नजर आ रहा है. नीतीश कुमार ने इस दिशा में पहल की है. आज की जनादेश चर्चा
वरुण गाँधी इतने आक्रामक क्यों हैं? क्या वे काँग्रेस में शामिल होने की तैयारी कर रहे हैं? वे मोदी सरकार और बीजेपी की नीतियों पर करारे हमले क्यों कर रहे हैं? क्या वे राहुल गाँधी की भारत जोड़ो यात्रा में शामिल हो सकते हैं? अगर वे कांग्रेस में शामिल होते हैं तो काँग्रेस को कितनी ताक़त मिलेगी?
भारत जोड़ो यात्रा अपने आखिरी चरण में कश्मीर की ओर बढ़ने वाली है। क्या इस यात्रा ने लोगों को यह साहस दिया है कि फासीवाद के खिलाफ आवाज उठाई जा सकती है और उससे लड़ा जा सकता है?
राहुल ने कहा कि जो कोई भी भारत जोड़ो यात्रा में हमारे साथ जुड़ना चाहता है, उसके लिए हमारे दरवाजे खुले हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस की भूमिका यह रहेगी कि हम विपक्षी दलों को सम्मान दें और वह भी हमें सम्मान दें।
भारत जोड़ो यात्रा 3 जनवरी 2023 को फिर शुरू होगी। यात्रा को लेकर दिल्ली कांग्रेस के पदाधिकारियों ने दिल्ली पुलिस के अफसरों के साथ कई दौर की बैठक की है। कांग्रेस ने भारत जोड़ो यात्रा के दिल्ली पहुंचने पर कई जगहों पर राहुल गांधी की सुरक्षा में चूक की बात कही थी।
तीन जनवरी को भारत जोड़ो यात्रा उत्तर प्रदेश की ओर प्रस्तान करेगी। पिछले कुछ चुनावों से यहां कांग्रेस का राजनीतिक आधार सिकुड़ता हुआ दिखा है और प्रदेश के बड़े विपक्षी दल राहुल गांधी की इस यात्रा में शामिल होने को तैयार नहीं दिख रहे।