विधानसभा चुनाव नतीजों के बाद बीजेपी के 'मास्टर स्ट्रोक’ से बचने की तैयारी में कांग्रेस जुटी है, लेकिन क्या वह विधायकों को अपने पाले में बरकरार रख पाएगी?
मनीष तिवारी का यह बयान बताता है कि उनकी पार्टी हाईकमान के साथ अच्छी-खासी खटपट चल रही है।
आखिर एक के बाद एक कई बड़े नेता कांग्रेस क्यों छोड़ रहे हैं। इसे लेकर असंतुष्ट नेताओं के गुट G-23 के नेताओं ने क्या कहा है, जानिए।
अश्विनी कुमार के पार्टी छोड़ने से कांग्रेस को बीते दिनों में यह एक और बड़ा झटका लगा है। वह चार दशक से कांग्रेस से जुड़े थे।
उत्तर प्रदेश में पहले चरण का मतदान 10 फरवरी को है। यहाँ जिन 58 विधानसभा सीटों पर मतदान है वहाँ 2017 में बीजेपी की लहर थी। क्या बीजेपी पहले चरण का इतिहास दोहरा पाएगी?
कांग्रेस नेता राहुल गांधी क्या कांग्रेस की नयी टीम तैयार कर रहे हैं? क्या इसी के तहत वह राज परिवारों की पृष्ठभूमि वाले नेताओं से किनारा कर रहे हैं और चन्नी जैसे नेताओं पर भरोसा जता रहे हैं?
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के बजट भाषण के बाद जानिए कांग्रेस ने मोदी सरकार के इस बजट को लेकर क्या प्रतिक्रिया दी है।
देश की सबसे पुरानी पार्टी कांग्रेस की मौजूदा स्थिति के लिए कौन ज़िम्मेदार है? इसकी मज़बूती क्या है और किस ताक़त के दम पर यह पार्टी पुनर्जीवित हो सकती है?
कोरोना संक्रमित बीजेपी नेताओं के प्रचार अभियान पर सवाल खड़े हो गए हैं। चुनाव आयोग से शिकायत की गई है। जानिए पूरा विवाद
सोनिया गांधी ने कहा है कि कांग्रेस देश विरोधी ताकतों के खिलाफ संघर्ष करेगी और हर कुर्बानी देगी।
2014 के बाद से ऐसे दिग्गज कांग्रेसियों के नामों की एक लंबी फेहरिस्त है, जिन्होंने पार्टी को अलविदा कह दिया। आख़िर हाईकमान पुराने नेताओं को जोड़कर क्यों नहीं रख पा रहा है।
अगले साल कई राज्यों में होने वाले चुनावों से पहले कांग्रेस की इस बड़ी रैली के क्या हैं मायने? क्या होगा इस रैली का बीजेपी के लिए और ममता बनर्जी के लिए संदेश?
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने महिलाओं के लिए जो घोषणापत्र जारी किया है उसका आख़िर क्या मायने है? क्या इसे सिर्फ़ कांग्रेस का आखिरी दांव कहकर खारिज किया जा सकता है?
कांग्रेस लंबे वक़्त से महंगाई के मुद्दे को उठा रही है। पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव से ठीक पहले वह इस मुद्दे पर दिल्ली में बड़ी रैली कर बीजेपी और मोदी सरकार को घेरने की तैयारी में है।
उत्तर प्रदेश में 'लड़की हूँ, लड़ सकती हूँ' का नारा देने वाली कांग्रेस ने अब महिलाओं के लिए घोषणापत्र जारी किया है। जानिए, क्या है इस घोषणापत्र में।
शीतकालीन सत्र में केंद्र सरकार को घेरने में जुटी कांग्रेस ने बुधवार सुबह संसदीय दल की बैठक बुलाई।
शिव सेना ने यह साफ कर दिया है कि बीजेपी और एनडीए के ख़िलाफ़ राष्ट्रीय स्तर पर कोई गठबंधन बनाना है तो कांग्रेस को साथ लेना ही होगा।
कांग्रेस के बड़े नेता ग़ुलाम नबी आज़ाद ने फिर कुछ ऐसा कहा है जो कांग्रेस नेतृत्व को नागवार गुजर सकता है। क्या कांग्रेस नेतृत्व उनकी बात सुनेगा?
कांग्रेस लंबे वक़्त से महंगाई के मुद्दे को उठा रही है। अब वह महंगाई हटाओ रैली के जरिये केंद्र सरकार को घेरने की तैयारी में है।
कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे की ओर से बुलाई गई बैठक से क्यों दूर रहेंगे टीएमसी के नेता? फिर क्या होगा विपक्षी एकता का?
कांग्रेस को क्या हो गया है ?कई राज्य में इसके नेता विधायक पार्टी छोड़ दूसरे दलों में चले जाते हैं .कभी भाजपा तोड़ लेती है तो कभी टीएमसी .किस संकट से गुजर रही है कांग्रेस ?आज जनादेश चर्चा में सुने
'भीख में मिली हुई आज़ादी' वाला बयान के लिए क्या कंगना रनौत की मुश्किलें बढ़ने वाली हैं? जानिए, अब विपक्षी दलों के नेताओं ने कंगना के लिए क्या कहा।
उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव से पहले क्या कांग्रेस अपने संगठन को मज़बूत करने के लिए पदयात्रा और नुक्कड़ सभाएँ करने जा रही है? जानिए क्या है यूपी कांग्रेस की योजना।
कांग्रेस ने सदस्यता अभियान शुरू करने से पहले इसके लिए नया आवेदन तैयार किया है। इसमें सदस्यों को कई संकल्प लेने के लिए कहा गया है। जानिए, इसमें किसपर जोर है।
कांग्रेस को बीजेपी से लड़ने के साथ ही चुनावी राज्यों में बेहतर प्रदर्शन करना होगा लेकिन इससे पहले उसे अपने घर में चल रहे झगड़ों को निपटाना होगा।
यह कहा जा सकता है कि कांग्रेस को चलाने के लिए नेहरू-गांधी परिवार बेहद ज़रूरी है।