उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव के लिए पहले चरण में जिन 58 सीटों पर वोटिंग हो रही है उनमें से 2017 के विधानसभा चुनाव में 53 सीटें बीजेपी को मिली थीं। लेकिन इस बार किसान आंदोलन के चलते सियासी हालात बदले हुए दिखाई दे रहे हैं। पिछली बार का चुनाव समाजवादी पार्टी और कांग्रेस ने मिलकर लड़ा था जबकि इस बार पश्चिमी उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी का गठबंधन राष्ट्रीय लोक दल के साथ है।
पहला चरण: 2017 में बीजेपी को 53 सीटों पर मिली थी जीत, इस बार हालात अलग
- उत्तर प्रदेश
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- 10 Feb, 2022
2014, 2017 और 2019 के चुनाव में बीजेपी को पश्चिमी उत्तर प्रदेश में जोरदार कामयाबी मिली थी लेकिन किसान आंदोलन के कारण इस बार उसके सामने चुनौतियां ज़्यादा हैं।

2017 के विधानसभा चुनाव में इन 58 सीटों में से सपा को 2 सीटें और रालोद को 1 सीट मिली थी जबकि बीएसपी भी 2 सीटें जीतने में कामयाब रही थी।
लेकिन बीएसपी 30 सीटों पर दूसरे नंबर पर रही थी। इससे पता चलता है कि पश्चिमी उत्तर प्रदेश में बीएसपी एक बड़ी ताकत है। बीएसपी की प्रमुख और पूर्व मुख्यमंत्री मायावती पश्चिमी उत्तर प्रदेश से ही आती हैं।