कोविड-19 के संक्रमण ने सारी दुनिया में कोहराम मचा रखा है। हम इंसान भले ही अपने को धरती का सर्वश्रेष्ठ जीव मानते हों, मगर प्रकृति के लिए इंसान और मामूली कीड़े में कोई भी अंतर नहीं है। जन्म, प्रजनन, और मृत्यु सबके लिए एक ही नियम है। हमें प्रकृति बारंबार इसका अहसास कराती रहती है। कोविड-19 महामारी के पैदा होने और इसके संक्रमण की वजह और उसका शिकार इंसान ही है।

कोविड-19 के संक्रमण ने सारी दुनिया में कोहराम मचा रखा है। हम इंसान भले ही अपने को धरती का सर्वश्रेष्ठ जीव मानते हों, मगर प्रकृति के लिए इंसान और मामूली कीड़े में कोई भी अंतर नहीं है।
इस बीमारी की सबसे बड़ी वजह इंसान का विस्तार है। कह सकते हैं कि कहीं न कहीं उसकी इस सभ्यता में कोई बड़ा डिफ़ॉल्ट है जिसे जानने और मानने की महती आवश्यकता है। किस तरह से एक नन्हा वायरस पूरी दुनिया के विकास के मॉडल को औंधा पलट सकता है, न सिर्फ़ वह उसकी बेलगाम रफ़्तार को रोक सकता है, बल्कि ग्लोबल का दम भरने वाली आधुनिक सभ्यता को अपने घर की फसीलों तक महदूद कर सकता है। कहाँ हम पूरी दुनिया को ग्लोबल विलेज में तब्दील करने चले थे और कहाँ अब हमें अपने घर के लोगों तक से डिस्टेन्सिंग रखना पड़ रहा है!