अफ़ग़ानिस्तान में सरकार बनाने जा रहे तालिबान ने साफ कर दिया है कि उनके नेतृत्व में वहां लोकतंत्र के लिए कोई जगह नहीं होगी और शरीआ क़ानून लागू किया जाएगा।