फ़्रांस में इस रविवार और सोमवार को जी-7 देशों के राष्ट्राध्यक्षों की मीटिंग के बाद राष्ट्रपति ट्रंप अमेरिका लौट गए हैं। यहाँ आने से ठीक पहले शुक्रवार को उन्होंने चीन के साथ चल रहे व्यापारिक युद्ध में कुछ नए टैरिफ़ बढ़ाने की घोषणा करके सनसनी पैदा कर दी थी।
यूएस-चीन व्यापार युद्ध; दुनिया में चीन का सिक्का तो भारत कहाँ टिकेगा?
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- 29 Aug, 2019

अमेरिका में 2020 में राष्ट्रपति के चुनाव होने हैं। राष्ट्रपति ट्रंप को इस बार फिर प्रयास करना है कि वह दोबारा चुने जाएँ। इसके लिए वह दो चीजें करना चाहते हैं। एक, दुनियाभर में जो अमेरिकी सैनिक कई जगह तैनात हैं, जैसे अफ़ग़ानिस्तान, उनको वह चुनाव से पहले वापस बुला लें। दूसरा, ट्रंप चाहते हैं कि वह चीन और ईरान के साथ एक नई संधि करें जिससे वह मतदाताओं के सामने जाएँ तो जो उनका नारा है ‘अमेरिका फ़र्स्ट’ उसको फिर से लोगों के समर्थन में बदल सकें।
शनिवार और रविवार को दुनिया के शेयर बाज़ार बंद रहते हैं इसलिए उसका असर सोमवार को देखने को मिला। जब युवान डिवैल्यूवेशन के बाद नीचे चला गया और उसके बाद तमाम एशियाई करेंसी नीचे चली गईं। राष्ट्रपति ट्रंप पर जी-7 के देशों की ओर से दबाव बढ़ने लगा कि वह इस मामले का हल निकालें। तमाम इधर-उधर की बातों के बाद वापसी से ठीक पहले राष्ट्रपति ट्रम्प ने शेखी बघारी कि चीन वार्ता की टेबल पर आने को तैयार हो गया है। दुनिया भर के शेयर बाज़ार इस घोषणा के बाद अगले दिन कुछ सुधरे।